Maruti Suzuki India: मारुति सुजुकी इंडिया के चेयरमैन आर. सी. भार्गव ने कहा है कि कंपनी हमेशा उन ग्राहकों की जरूरतों का पूरा-पूरा ध्यान रखेगी, जो महंगी कारें नहीं खरीद सकते। भार्गव ने कंपनी की सालाना रिपोर्ट में शेयरधारकों को संबोधित करते हुए कहा, ‘हमारा मानना है कि अगर कंपनी प्रतिस्पर्धा में बढ़ोतरी करती है, समाज की आर्थिक और सामाजिक जरूरतों का ज्यादा से ज्यादा ध्यान रखती है, तो इसका सबसे ज्यादा फायदा कंपनी को मिलेगा।’
उनका कहना था, ‘लिहाजा, देश की बड़ी आबादी की आर्थिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए सस्ती और छोटी कार बनाने की दिशा में हमारी कोशिशें लगातार जारी हैं, ताकि आवागमन के सुरक्षित और आरामदेह साधन के तौर पर लोगों की जरूरतों और आकांक्षाओं को ध्यान रखा जा सके।’ वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में पैसेंजर व्हीकल मार्केट की ग्रोथ जारी रही, जबकि छोटी कारों की सेल्स में सुस्ती का सिलसिला भी जारी रहा।
अप्रैल-जून के दौरान, मारुति सुजुकी की सेल्स सालाना आधार पर 12 पर्सेंट की गिरावट के साथ 2,22,193 यूनिट्स रही। एक साल पहले इसी अवधि में कंपनी की बिक्री का यह आंकड़ा 2,54,973 यूनिट्स रहा। भार्गव ने कहा कि मारुति सुजुकी CNG कारों का प्रोडक्शन करने वाली पहली कंपनी थी, क्योंकि ये कारें पेट्रोल से ज्यादा सस्ती थीं और पर्यावरण के लिहाज से भी अनुकूल थीं।
उन्होंने कहा, ‘सीमित आय वाले यूजर्स के लिए यह विकल्प बेहतर रहा और यह पर्यावरण के अनुकूल भी है। सरकार सीएनजी डिस्ट्रि्ब्यूशन के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है। हमें उम्मीद है कि इस साल 6,00,000 ऐसे कारों की बिक्री होगी।’
भार्गव ने यह भी दावा किया कि मारुति अपनी सेल्स और सेवाओं को ग्रामीण इलाकों तक पहुंचाने वाली पहली कंपनी है। उन्होंने कहा, ‘इसका मकसद देश के उन इलाकों तक उन सुविधाओं को पहुंचाना है, जो पहले से बड़े शहर में मौजूद है। अब हमारी 46% सेल्स ग्रामीण इलाकों से होती है।’