Stock Market Crash: भारत और एशिया के बाद अब यूरोपीय शेयर बाजारों में भी आज 5 अगस्त को भारी गिरावट देखने को मिली। लगभग सभी प्रमुख इंडेक्स लाल निशान में खुले। अमेरिकी इकोनॉमी में मंदी आने की आशंका ने ग्लोबल लेवल पर निवेशकों में खलबली मचा दी है। खासतौर से टेक शेयरों में दुनिया भर में बिकवाली देखने को मिली है। फ्रैंकफर्ट का स्टॉक मार्केट खुलते ही 3 प्रतिशत से अधिक लुढ़क गया। इसी तरह पेरिस में 2.6 प्रतिशत और लंदन में 2.3 प्रतिशत की गिरावट आई। वहीं, मिलान में चार प्रतिशत और मैड्रिड में 2.8 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।
इससे पहले भारतीय शेयर बाजार में आज चौतरफा बिकवाली देखने को मिली। सेंसेक्स और निफ्टी 3 प्रतिशत तक लुढ़क गए। । सुबह करीब 11:50 बजे सेंसेक्स 2.83 प्रतिशत या 2290 अंक गिरकर 78,693 पर और निफ्टी 2.81 प्रतिशत या 695 अंक गिरकर 24,025 पर कारोबार कर रहा था। करीब 437 शेयरों में तेजी आई, 3,007 शेयरों में गिरावट आई और 82 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ।
बाकी ग्लोबल बाजारों की बात करें तो, अमेरिकी फ्यूचर्स मार्केट में भी भारी गिरावट देखी गई। नैस्डैक फ्यूचर्स मार्केट 2 प्रतिशत से अधिक लुढ़क गया। वहीं नैस्डेक अपने ऑलटाइम हाई से करीब 10 प्रतिशत नीचे आ गया है। एशियाई बाजारों में हांगकांग का हैंगसेंग, जापान का निक्की, दक्षिण कोरिया का कास्पी, चीन का शंघाई कम्पोजिट भी भारी गिरावट में रहे।
जापान का सबसे प्रमुख इंडेक्स, निक्की-225 सोमवार को भारी बिकवाली के कारण 12 प्रतिशत से अधिक लुढ़क गया। अमेरिकी इकोनॉमी में नरमी के बीच यह गिरावट आई। निक्की इंडेक्स 4,451.28 अंक गिरकर 31,458.42 अंक पर आ गया। इसमें शुक्रवार को भी 5.8 प्रतिशत की गिरावट आई थी। पिछले दो कारोबारी सत्रों में यह इंडेक्स अबतक 18.2 प्रतिशत गिर चुका है, जो इसमें कभी भी 2 दिन में आई सबसे बड़ी गिरावट है।
अमेरिकी स्टॉक मार्केट भी शुक्रवार को गिरावट के साथ बंद हुए थे। इस बीच क्रूड ऑयल के दाम में भी गिरावट आई है। ब्रेंट क्रूड फ्यूचर्स के दाम सोमवार को 0.90 प्रतिशत की गिरावट के साथ 76.12 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहे थे।