फॉर्च्यून ग्लोबल 500 सूची में मुकेश अंबानी की कंपनी-रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड का दबदबा बना हुआ है। इस सूची में रिलायंस 2 पायदान चढ़कर 86वें स्थान पर पहुंच गई है। रिलायंस इंडस्ट्रीज पिछले तीन साल में सूची में 69 स्थान की छलांग लगा चुकी है। साल 2021 में रिलायंस 155वें स्थान पर थी। बता दें कि फॉर्च्यून ग्लोबल 500 सूची में भारतीय कंपनियों में रिलायंस इंडस्ट्रीज का स्थान सबसे ऊपर बना हुआ है।
लगातार 21 साल से दबदबा
रिलायंस इंडस्ट्रीज लगातार 21 सालों से इस फॉर्च्यून ग्लोबल लिस्ट में अपनी जगह बनाए हुए हैं। कोई भी भारतीय कंपनी इतने लंबे समय तक इस लिस्ट में बनी नहीं रह सकी है। फॉर्च्यून के मुताबिक रिलायंस का रेवेन्यू 108877 मिलियन डॉलर है। कंपनी का प्रॉफिट 1.3 फीसदी बढ़कर 8,412 मिलियन डॉलर के स्तर पर जा पहुंचा और करीब साढ़े तीन लाख कर्मचारियों ने रिलायंस को अपनी सेवाएं दी।
9 भारतीय कंपनियां शामिल
इस साल की रैंकिंग में नौ भारतीय कंपनियां शामिल हैं। इनमें से पांच सार्वजनिक क्षेत्र की हैं। बीमा क्षेत्र की प्रमुख कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) 2024 की सूची में 12 पायदान चढ़कर 95वें स्थान पर पहुंच गई जबकि सार्वजनिक क्षेत्र की इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) 22 स्थान फिसलकर 116वें स्थान पर रही। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) 57 पायदान चढ़कर 178वें स्थान पर रहा।
सूची में भारतीय कंपनियों में ऑयल एंड नैचुरल गैस कॉरपोरेशन (ओएनजीसी) और भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लि. (बीपीसीएल) क्रमशः 22 और 25 स्थान फिसल कर क्रमश: 180वें और 258वें स्थान पर रहीं। टाटा मोटर्स 66 पायदान ऊपर 271वें स्थान पर जबकि एचडीएफसी बैंक 306वें स्थान और राजेश एक्सपोर्ट्स सूची में 463वें पायदान पर हैं।
वॉलमार्ट टॉप पर
फॉर्च्यून ग्लोबल 500 लिस्ट में वॉलमार्ट, अमेजन और स्टेट ग्रिड पहले 3 स्थानों पर काबिज हैं। इसके अलावा एप्पल, टोयोटा मोटर्स, अल्फाबेट, सैमसंग और मेटा प्लेटफॉर्म जैसी कुछ प्रमुख कंपनियां भी पहले 100 में शामिल हैं।