Market This Week : 2 अगस्त को खत्म हुए हफ्ते में मिड और स्मॉलकैप इंडेक्सों ने सेंसेक्स-निफ्टी से बेहतर प्रदर्शन जारी रखा। ये इंडेक्स तिमाही आय, मानसून की प्रगति और सितंबर की बैठक में फेड द्वारा ब्याज दरों में कटौती के संकेत, अच्छे ग्लोबल आंकड़ों के बीच नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गए। हालांकि, संभावित मंदी और भू-राजनीतिक तनाव के डर ने इंडेक्स को रिकॉर्ड स्तरों से नीचे ढ़केल दिया। इस हफ्ते के दौरान बीएसई सेंसेक्स 350.77 अंक या 0.43 फीसदी गिरकर 80,981.95 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 50 इंडेक्स 117.15 अंक या 0.47 फीसदी गिरकर 24,717.70 पर बंद हुआ।
हालांकि, ब्रॉडर इंडेक्सों ने बेहतर प्रदर्शन किया। इस हफ्ते बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स 0.6 फीसदी की बढ़त देखने को मिली। वहीं, बीएसई लार्जकैप इंडेक्स 0.27 फीसदी गिरकर बंद हुआ। जबकि बीएसई मिडकैप इंडेक्स स्पाट स्तर पर बंद हुआ। 26 जुलाई को निफ्टी 50 इंडेक्स ने 25,078.30 का नया रिकॉर्ड स्तर छुआ, जबकि बीएसई सेंसेक्स ने 1 अगस्त को 82,129.49 का नया हाई बनाया।
अलग-अलग सेक्टरों की बात करें तो निफ्टी आईटी और रियल्टी में 3-3 फीसदी की गिरावट आई है, निफ्टी ऑटो इंडेक्स में 2 फीसदी की गिरावट आई है, निफ्टी एफएमसीजी इंडेक्स में 1.6 फीसदी की गिरावट आई और निफ्टी पीएसयू बैंक और मेटल इंडेक्स में 1-1 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। हालांकि, निफ्टी एनर्जी इंडेक्स में 2.5 फीसदी की और निफ्टी फार्मा और मीडिया में 1-1 फीसदी की बढ़त हुई है।
विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने इस सप्ताह अपनी बिकवाली जारी रखी। उन्होंने 12,756.26 करोड़ रुपये मूल्य की इक्विटी बेची, हालांकि, घरेलू संस्थागत निवेशकों (DII) ने 17,226.06 करोड़ रुपये मूल्य की इक्विटी खरीदकर इसकी भरपाई की।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, “बजट 2024-25 ने बाजार में कोई खास उत्साह नहीं जगाया है, जबकि यह लोकलुभावन और विवेकपूर्ण दोनों था। बाजार अब बजट के दिन के नुकसान की भरपाई कर चुका है। पॉजिटिव अमेरिकी जीडीपी डेटा और बेहतर ग्लोबल मांग की उम्मीदें बाजार को ताकत दे रही हैं। अब घरेलू बाजार की दिशा कंपनियों के नतीजे से तय होगी। इसके अलावा यूएस फेड और BoE की मौद्रिक नीतियों, अमेरिकी रोजगार डेटा और यूरोजोन जीडीपी आंकड़ों सहित वैश्विक आर्थिक अपडेट से बाजार के रुझान के प्रभावित होने की उम्मीद है।”
बीते हफ्ते बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स में 0.6 फीसदी की बढ़त हुई। इसमें न्यूलैंड लैबोरेटरीज, पीसीबीएल, टीसीपीएल पैकेजिंग, एस्टर इंडस्ट्रीज, ब्लैक बॉक्स, कोकुयो कैमलिन, एसजेएस एंटरप्राइजेज, क्रेसांडा सॉल्यूशन में 19-32 फीसदी की तेजी देखने को मिली।
दूसरी ओर, महानगर टेलीफोन निगम, एजिस लॉजिस्टिक्स, बिड़लासॉफ्ट, उदयपुर सीमेंट वर्क्स, वारी रिन्यूएबल टेक्नोलॉजीज, थॉमस कुक (इंडिया), जॉनसन कंट्रोल्स-हिताची एयर कंडीशनिंग इंडिया, आइडियाफोर्ज टेक्नोलॉजी, सोनाटा सॉफ्टवेयर, ड्रेजिंग कॉर्पोरेशन इंडिया, डाटामैटिक्स ग्लोबल सर्विसेज, यशो इंडस्ट्रीज और वंडरला हॉलिडेज के शेयरों में 10-22 फीसदी तक की गिरावट आई।
Market next week: आगे कैसी रह सकती है बाजार की चाल
कोटक सिक्योरिटीज के अमोल अठावले का कहना है कि तत्काल आधार पर बाजार के लिए 24,600/80900 और 24,500/80,600 के स्तरों के बीच सपोर्ट नजर आ रहा है। दूसरी ओर, जब तक बाजार 25,100/82,200 को पार नहीं कर जाता तब तक हमें सेंसेक्स-निफ्टी दायरे में घूमते दिख सकते हैं। इस समय 24,600 और 24500/80900 और 80,600 के स्तरों के बीच चुनिंदा स्टॉक खरीदने की रणनीति होनी चाहिए। 24,500/80,600 से नीचे फिसलने पर बाजार 24,250/79,900 या 24100/79,500 के स्तरों की ओर गिर सकता हैं। वहीं, 24,900-25000/81,700-82,000 के स्तरों की ओर आने वाली कोई भी उछाल लॉन्ग पोजाशन को हल्का करने का मौका होगा।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के नागराज शेट्टी का कहना है कि निफ्टी का शॉर्ट-टर्म ट्रेंड कमजोर है लेकिन बाजार का नियर-टर्म अपट्रेंड स्टेटस बरकरार है। निचले स्तरों से कोई उछाल आने से पहले आने वाले कारोबारी सत्रों में 24,600-24,500 के स्तर तक कुछ और कमजोरी की संभावना है। निफ्टी के लिए तत्काल रजिस्टेंस 24,900 के स्तर पर दिख रहा है।
एंजेल वन के ओशो कृष्ण का कहना है कि तकनीकी नजरिए से देखें तो निफ्टी इंडेक्स अपने सभी अहम एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज (EMAs) से ऊपर बना हुआ है। इसके लिए 24,600-24,500 जोन में मजबूत इंटरमीटिएट सपोर्ट है। जब तक निफ्टी इस स्तर से ऊपर बना रहता है, तब तक बाजार के लिए चिंता का कोई बड़ा कारण नहीं होना चाहिए।
ऊपर की तरफ डेली चार्ट पर 24,850-24,950 के आसपास स्थित बियरिश गैप निफ्टी के लिए इंटरमीडिएट रजिस्टेंस के रूप में कार्य कर सकता है, जिसके बाद नियर टर्म में 25,000 का मनोवैज्ञानिक स्तर अगला रजिस्टेंस होगा। अगर निफ्टी इस बाधा को भी पार कर लेता है तो फिर निफ्टी में अगले दौर की रैली शुरू हो सकती है।
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