शेयर बाजार की ऐतिहासिक बढ़त के बीच आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के जरिए कंपनियों की लिस्टिंग का सिलसिला जारी है। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ज्यादातर कंपनियों के आईपीओ ड्राफ्ट को मंजूरी दे देता है। हालांकि, अब सेबी ने 4 कंपनियों के आईपीओ के लिए दाखिल दस्तावेजों के ड्राफ्ट को लौटा दिया है। इसी के साथ अब इन कंपनियों के आईपीओ की लॉन्चिंग का इंतजार बढ़ गया है।
किन कंपनियों को झटका
इन कंपनियों में रिटेल चेन विशाल मेगा मार्ट, एजुकेशन सेक्टर की नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनी यानी एनबीएफसी अवांसे फाइनेंशियल सर्विसेज और निजी इक्विटी कंपनी टीपीजी कैपिटल समर्थित साई लाइफ साइंसेज शामिल हैं। इसके अलावा, बीएमडब्ल्यू वेंचर्स का पेशकश दस्तावेज भी लौटा दिया गया।
वजह क्या है
सेबी ने इन 4 कंपनियों के पेशकश दस्तावेज को 24 जुलाई 2024 तक सेबी आईसीडीआर विनियमन, 2018 के नियम 7(1) (ए) का अनुपालन न करने के लिए वापस किया है। सेबी आईसीडीआर विनियमन के नियम 7(1) (ए) के अनुसार, आईपीओ लाने वाली कंपनी को यह सुनिश्चित करना होगा कि उसने ऐसे शेयर बाजारों पर अपनी प्रतिभूतियों को सूचीबद्ध करने के लिए सैद्धांतिक मंजूरी लेने के लिए एक या अधिक शेयर बाजारों में आवेदन किया है और उनमें से एक को नामित शेयर बाजार के रूप में चुना है।
आईपीओ की डिटेल
विशाल मेगा मार्ट ने 12 जुलाई को बाजार नियामक के पास अपने मसौदा पत्र जमा करने के लिए गोपनीय फाइलिंग का रास्ता अपनाया था। वहीं, साई लाइफ साइंसेज के प्रस्तावित आईपीओ में 800 करोड़ रुपये के इक्विटी शेयरों का फ्रेश इश्यू और 6.15 करोड़ शेयरों का ओएफएस शामिल था। इसके अलावा अवांसे फाइनेंशियल सर्विसेज ने आईपीओ के जरिए 3,500 करोड़ रुपये जुटाने के लिए जून में अपना ड्राफ्ट पेपर दाखिल किया था। ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस के अनुसार 1,000 करोड़ रुपये तक के इक्विटी शेयरों का फ्रेश इश्यू और 2,500 करोड़ रुपये तक की बिक्री की पेशकश (ओएफएस) शामिल थी।