Markets

Market outlook : सेंसेक्स-निफ्टी सपाट बंद, जानिए 31 जुलाई को कैसी रह सकती है बाजार की चाल

Stock Markets : 30 जुलाई को उतार-चढ़ाव भरे कारोबारी सत्र में भारतीय बेंचमार्क इंडेक्स मामूली बढ़त के साथ बंद हुए हैं। कारोबारी सत्र के अंत में सेंसेक्स 99.56 अंक या 0.12 फीसदी बढ़कर 81,455.40 पर और निफ्टी 21.20 अंक या 0.09 फीसदी बढ़कर 24,857.30 पर बंद हुआ है। आज लगभग 2074 शेयरों में तेजी आई, 1378 शेयरों में गिरावट आई और 79 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ। बीपीसीएल, एनटीपीसी, टाटा मोटर्स, पावर ग्रिड कॉर्प और एशियन पेंट्स निफ्टी के टॉप गेनर रहे। जबकि सिप्ला, एलटीआईमाइंडट्री, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस, ग्रासिम इंडस्ट्रीज और सन फार्मा में गिरावट देखने को मिली।

एफएमसीजी और हेल्थकेयर को छोड़कर दूसरे सभी सेक्टोरल इंडेक्स हरे निशान पर बंद हुए। पावर, रियल्टी और ऑटो में 0.5-1 फीसदी की तेजी दर्ज की गई। बीएसई मिडकैप इंडेक्स में 0.3 फीसदी और स्मॉलकैप इंडेक्स में 0.9 प्रतिशत की तेजी देखने को मिली।

31 जुलाई को कैसी रह सकती है बाजार की चाल

प्रोग्रेसिव शेयर्स के निदेशक आदित्य गग्गर का कहना है कि सुस्त शुरुआत के बाद, इंडेक्स ने एनर्जी और ऑटो काउंटरों के लीडरशिप में बढ़त हासिल की। लेकिन फिर कारोबारी सत्र के अंत में अपनी अधिकांश बढ़त गंवा कर 21.20 अंकों की हल्की बढ़त के साथ 24,857.30 पर बंद हुआ। ब्रॉडर मार्केट ने बेहतर प्रदर्शन के अपने लय को बनाए रखा। मिड और स्मॉलकैप 0.45 फीसदी और 0.86 फीसदी की बढ़त के साथ बंद हुए।

निफ्टी 50 इंडेक्स ने DOJI कैंडलस्टिक पैटर्न बनाया है जो बुल्स और बियर्स के बीच अनिर्णय की स्थिति को दर्शाता है। 25,000 का मनोवैज्ञानिक स्तर एक मजबूत रजिस्टेंस बना रहेगा। वहीं, नीचे की तरफ निफ्टी के लिए 24,800 पर तत्काल सपोर्ट उसके बाद 24,660 पर अगला सपोर्ट नजर आ रहा है।

 

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के विनोद नायर का कहना है कि ऊपरी स्तरों पर आई मुनाफावसूली के कारण घरेलू बाजार सपाट बंद हुआ। हालांकि, इस सप्ताह होने वाली नीति बैठकों में यूएस फेड और बैंक ऑफ इंग्लैंड से नरम रुख वाली टिप्पणियों की उम्मीद दिख रही है। निवेशक बैंक ऑफ इंग्लैंड और बैंक ऑफ जापान की टिप्पणियों पर भी बारीकी से नज़र रखेंगे। बढ़ती बेरोजगारी और घटती महंगाई के कारण बैंक ऑफ इंग्लैंड द्वारा दरों में कमी किए जाने की उम्मीद है। जबकि बढ़ती महंगाई के जवाब में बैंक ऑफ जापान द्वारा दरों में बढ़त किए जाने की संभावना है। इससे बाजार में अस्थिरता पैदा हो सकती है।

डिस्क्लेमर: stock market news पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को stock market news की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।

Source link

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Most Popular

To Top