IndiGo Q1 results: इंडिगो एयरलाइन की मूल कंपनी, इंटरग्लोब एविएशन ने शुक्रवार 26 जुलाई को मौजूदा वित्त वर्ष की जून तिमाही के नतीजे जारी किए। कंपनी ने बताया कि जून तिमाही में उसका शुद्ध मुनाफा 11.5 फीसदी घटकर 2,736 करोड़ रुपये रहा, जो इसके पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 3,090.6 करोड़ रुपये था। हालांकि कंपनी के रेवेन्यू में 17.3 फीसदी का इजाफा हुआ और जून तिमाही में यह 19,570 करोड़ रुपये रहा। एक साल पहले इसी तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू 16,683.1 करोड़ रुपये रहा था। बता दें कि इंडिगो देश की सबसे बड़ी एयरलाइन है।
इंडिगो के मुनाफे में गिरावट के पीछे मुख्य वजह कंपनी के जेट फ्यूल खर्च में 22.7 प्रतिशत बढ़ोतरी रही। कंपनी का जेट फ्यूल खर्च जून तिमाही में 6,416.5 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले इसी तिमाही में 5,228.1 करोड़ रुपये था।
अप्रैल 2024 में एटीएफ की कीमतें औसतन 1,00,893.63 रुपये प्रति किलो लीटर रहीं, जो अप्रैल 2023 में रहे 98.349.59 रुपये प्रति किलो लीटर से 2.6 प्रतिशत अधिक है। इसी तरह, जून 2024 में जेट फ्यूल का दाम 94,969.01 रुपये प्रति किलो लीटर रहा, जो 2023 में इसी अवधि में रहे 89,303.09 रुपये प्रति किलो लीटर की तुलना में 6.34 प्रतिशत अधिक है।
जून तिमाही के दौरान इंडिगो के रेवेन्यू में बढ़ोतरी के पीछे मुख्य वजह घरेलू हवाई यात्रा में इजाफा रहा। पिछले 2 तिमाहियों से देश में घरेलू यात्रा की मांग लगातार बढ़ रही है। इंडिगो के जून तिमाही के नतीजे बाजार की उम्मीदों से अच्छे रहे। एनालिस्ट्स ने जून तिमाही में कंपनी का शुद्ध मुनाफा 2,430.2 करोड़ रुपये रहने और रेवेन्यू के 17,851.2 करोड़ रुपये रहने का अनुमान जताया था।
इस बीच इंडिगो के शेयर शुक्रवार 26 जुलाई को 1.15 फीसदी की तेजी के साथ 4,483 करोड़ रुपये के भाव पर बंद हुए। इस साल अबतक कंपनी के शेयरों में करीब 50 फीसदी की तेजी आई है। वहीं पिछले एक साल में इसके शेयरों का भाव करीब 76.51 फीसदी बढ़ा है।