मोबाइल हैंडसेट बनाने वाली कंपनी ‘HMD ग्लोबल’ भारत को अपना मैन्युफैक्चरिंग हब बनाकर यहां से यूरोप और अमेरिका को स्मार्टफोन और फीचर फोन का एक्सपोर्ट शुरू करेगी। कंपनी ने यहां से मिडिल ईस्ट और अफ्रीका के बाजारों में अपने प्रोडक्ट्स को भेजना शुरू किया है। दो साल पहले कंपनी ने प्रोडक्शन-लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) स्कीम के तहत भारतीय कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरिंग पार्टनर्स के प्लांट्स में बनने वाले फीचर फोन का एक्सपोर्ट शुरू किया था और नोकिया ब्रांड वाले G42 स्मार्टफोन को भी इसमें जोड़ा था।
HMD ने अब तक भारत से 20 लाख यूनिट्स का एक्सपोर्ट किया है और 2025 के आखिर तक कंपनी का इरादा इसे दोगुना कर 40 लाख यूनिट्स करना है। कंपनी ने शुरू में HMD ब्रांड वाले अपने स्मार्टफोन के लिए मिडिल ईस्ट अफ्रीका को टारगेट किया था।
HMD ग्लोबल के फाउंडर जे-एफ बैरिल ने मनीकंट्रोल को बताया, ‘ हमारा स्मार्टफोन यूरोप जाएगा और हम अमेरिका पर भी विचार कर रहे हैं। यह धीरे-धीरे होगा। मैन्युफैक्चरिंग बड़ी चीज है और हम कंसॉलिडेशन के दौर में है। हम इसको लेकर काफी आशान्वित हैं। मैन्युफैक्चरिंग हमारा अपना बैकग्राउंड है और मैं इंडस्ट्री में इसके लिए जाना जाता हूं। हमने G42 स्मार्टफोन के साथ एक्सपोर्ट शुरू किया था और भारत अब हमारे अपने ब्रांड वाले HMD क्रेस्ट स्मार्टफोन का मैन्युफैक्चरिंग हब है।’
उनका कहना था कि पॉलिसी संबंधी सरकारी उपाय काफी उत्साहजनक हैं और इससे कंपनी को बड़े पैमाने पर एक्सपोर्ट बढ़ाने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा, ‘ भारत हैंडसेट मैन्युफैक्चरिंग के लिए मामले में काफी कॉम्पिटिटिव हो गया है।’
कंपनी के प्रोडक्शन में 70 पर्सेंट हिस्सेदारी फीचर फोन की है, जबकि 30 पर्सेंट हिस्सा स्मार्टफोन का है। कंपनी इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग सर्विस प्रोवाइडर डिक्सॉन टेक्नोलॉजीज का साथ पार्टनरशिप के जरिये प्रोडक्शन करती है। HMD ने अपनी क्षमता के विस्तार के लिए जेटवर्क (Zetwerk) की सब्सिडियरी जेट टाउन इंडिया के साथ समझौता किया है।