पेटीएम के शेयर में आज शुक्रवार (26 जुलाई) को 10% का अपर सर्किट देखने को मिला। कंपनी का शेयर 10% की तेजी के साथ 509.05 रुपए पर बंद हुआ।
पेटीएम के शेयर में यह तेजी उन रिपोर्ट्स के सामने आने के बाद आई है, जिनमें हिंट दिया गया है कि सरकार ने पेमेंट एग्रीगेटर बिजनेस के लिए पेटीएम के FDI प्रपोजल को मंजूरी दे दी है।
रिपोर्ट्स में यह भी बताया गया है कि पेटीएम अब रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया यानी RBI में पेमेंट एग्रीगेटर लाइसेंस के लिए अप्लाई कर सकती है। अब RBI कंपनी की एप्लीकेशन का रिव्यू करेगी।
पांच दिने में पेटीएम का शेयर 13.05% चढ़ा
बीते पांच दिने में कंपनी के शेयर ने 13.05% और एक महीने में 24.36% का रिटर्न दिया है। इसके साथ ही पेटीएम का मार्केट कैप 32.40 हजार करोड़ रुपए पहुंच गया है। हालांकि, बीते एक साल में कंपनी का शेयर 35% गिरा है।
पेटीएम को पहली-तिमाही में ₹839 करोड़ का घाटा
पेटीएम की पेरेंट कंपनी वन 97 कम्युनिकेशंस को वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में सालाना आधार पर 839 करोड़ रुपए का लॉस हुआ है। पिछले वित्त वर्ष यानी 2023-24 की समान तिमाही में घाटा 357 करोड़ रुपए था। यानी, कंपनी का घाटा 134% बढ़ गया है।
कंपनी के रेवेन्यू यानी आय में भी गिरावट आई है। अप्रैल-जून तिमाही में पेटीएम का ऑपरेशन से रेवेन्यू 1,502 करोड़ रुपए रहा। पिछले साल की समान तिमाही में रेवेन्यू 2,342 करोड़ रुपए था। यानी, पहली तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू सालाना आधार पर 36% गिर गया। पेटीएम पेमेंट बैंक पर RBI की रोक के कारण उसके बिजनेस पर असर दिखा है।
तिमाही आधार पर कंपनी का घाटा 53% बढ़ा
वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में सालाना आधार पर 839 करोड़ रुपए का लॉस हुआ है। पिछली तिमाही यानी, जनवरी-मार्च में कंपनी को 550 करोड़ रुपए का घाटा हुआ था। यानी, तिमाही आधार पर घाटा 53% बढ़ा है।
वहीं अप्रैल-जून तिमाही में पेटीएम का ऑपरेशन से रेवेन्यू 1,502 करोड़ रुपए रहा। पिछली तिमाही यानी, जनवरी-मार्च में पेटीएम का ऑपरेशन से रेवेन्यू 2,267 करोड़ रुपए रहा था। यानी, कंपनी का रेवेन्यू तिमाही आधार पर 34% गिर गया।
RBI की रोक से पेटीएम के बिजनेस पर असर
31 जनवरी 2024 को जारी सर्कुलर में RBI ने कहा था कि 29 फरवरी (बाद में बढ़ाकर 15 मार्च किया) के बाद पेटीएम पेमेंट बैंक के अकाउंट में पैसा जमा नहीं किया जा सकेगा। इस बैंक के जरिए वॉलेट, प्रीपेड सर्विसेज, फास्टैग और दूसरी सर्विसेज में पैसा भी नहीं डाला जा सकेगा।
हालांकि, पेटीएम पेमेंट्स बैंक के ग्राहकों के सेविंग अकाउंट, करंट अकाउंट, प्रीपेड इंस्ट्रूमेंट्स, फास्टैग, नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड आदि में मौजूद पैसों के विड्रॉल या उपयोग पर किसी तरह की कोई पाबंदी नहीं थी। बैलेंस अवेलेबल होने तक इसका इस्तेमाल किया जा सकता है।
2009 में हुई थी पेटीएम की शुरुआत
पेटीएम की पेरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस ने अगस्त 2009 में पेटीएम पेमेंट ऐप को लॉन्च किया था। इसके फाउंडर विजय शेखर शर्मा है। अभी देश में पेटीएम के 30 करोड़ से ज्यादा यूजर हैं।