Sanstar Listing: नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में सनस्टार लिमिटेड की लिस्टिंग पॉजिटिव, लेकिन एक्सपर्ट्स के अनुमानों से कम प्रीमियम पर हुई। एक्सपर्ट्स ने ज्यादा प्रीमियम पर लिस्टिंग का अनुमान जताया था। इसकी लिस्टिंग 14.7 पर्सेंट प्रीमियम के साथ 109 रुपये पर हुई। सनस्टार का शेयर 26 जुलाई को 21.13 पर्सेंट की बढ़त के साथ 115.07 रुपये पर बंद हुआ।
कंपनी का IPO 26 जुलाई को लॉन्च किया गया था और इसका इश्यू प्राइस 95 रुपये था। एक्सपर्ट्स का अनुमान था कि कंपनी के शेयरों की मार्केट में 25-30 पर्सेंट प्रीमियम पर एंट्री होगी। कंपनी की वित्तीय स्थिरता और ग्रोथ की संभावनाओं को देखते हुए एक्सपर्ट्स ने इस तरह का अनुमान जताया था।
सनस्टार की फाइनेंशियल परफॉर्मेंस की वजह से ब्रोकरेज फर्म स्टॉक्सबॉक्स के रिसर्च एनालिस्ट प्रथमेश मस्देकर ने कंपनी के स्टॉक को लेकर पॉजिटिव राय पेश की है। उनका कहना है कि जिन निवेशकों को ये शेयर आवंटित किए गए हैं, उन्हें मीडियम से लॉन्ग टर्म में कंपनी के शेयरों को होल्ड करना चाहिए। मस्देकर का कहना है कि सनस्टार की फाइनेंशियल परफॉर्मेंस में, उसकी ग्लोबल पहुंच, बेहतर मैन्युफैक्चरिंग क्षमता, अतिरिक्त मार्केट शेयर, ग्राहकों से लंबा जुड़ाव आदि का अहम योगदान है। इस वजह से कंपनी मौजूदा और भविष्य के प्रोडक्ट्स में बेहतर अवसर की तलाश कर सकती है।
एक और ब्रोकरेज फर्म आनद राठी शेयर्स के एक्सपर्ट नरेंद्र सोलंकी ने भी कंपनी को लेकर कुछ ऐसी ही राय जाहिर की है। उन्होंने लॉन्ग टर्म निवेशकों को कंपनी में बने रहने की सलाह दी है। उनके मुताबिक, कंपनी अपनी क्षमताओं का विस्तार कर रही है और उसके प्लांट आधारित प्रोडक्ट्स की ग्लोबल डिमांड बढ़ रही है। लिहाजा, सन स्टार की ग्रोथ मजबूत रहेगी।
ब्रोकरेज फर्म पेस 360 (Pace 360) के को-फाउंडर और चीफ ग्लोबल स्ट्रैटेजिस्ट अमित गोयल के मुताबिक, कंपनी के शेयरों की लिस्टिंग 125-130 रुपये पर होने का अनुमान था। उनका कहना है कि भविष्य में कंपनी को अच्छी ग्रोथ मिल सकती है हालांकि, उन्होंने लिस्टिंग के बाद कंपनी के शेयरों की प्रॉफिट बुकिंग की सलाह दी है। सनस्टार की शुरुआत 1982 में हुई थी और यह स्पेश्यलिटी प्लांट आधारित प्रोडक्ट्स के मामले में भारत में अहम खिलाड़ी है। कंपनी के IPO को 82.99 गुना सब्सक्रिप्शन मिला था।