एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस ने आज 24 जुलाई को FY25 की पहली तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं। अप्रैल-जून तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट 36 फीसदी बढ़ा है। कंपनी ने इस अवधि में ₹520 करोड़ का मुनाफा दर्ज किया है। पिछले साल की समान तिमाही में यह आंकड़ा ₹381 करोड़ था। इस बीच आज कंपनी के शेयरों में 2.29 फीसदी की रैली देखी गई। यह स्टॉक BSE पर 1634.10 रुपये के भाव पर बंद हुआ है। कंपनी ने बाजार बंद होने के बाद नतीजे जारी किए हैं। आज की तेजी के साथ इसका मार्केट कैप बढ़कर 1634.10 करोड़ रुपये हो गया है।
SBI Life Insurance Q1: कैसे रहे नतीजे?
जून तिमाही में एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस की नेट प्रीमियम इनकम सालाना आधार पर 15 फीसदी बढ़कर ₹15,105 करोड़ हो गई, जो पिछले साल की समान तिमाही में ₹13,104 करोड़ थी। एनुअल प्रीमियम इक्विवलेंट (APE) सालाना आधार पर बढ़कर ₹36,400 करोड़ तक पहुंच गया। कंपनी की वैल्यू ऑफ न्यू बिजनेस (VoNB) 12 फीसदी बढ़कर ₹970 करोड़ हो गई, जिसमें VoNB मार्जिन 26.8% रहा।
एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस के ग्रॉस रिटन प्रीमियम पिछले वर्ष के ₹13,560 करोड़ की तुलना में बढ़कर कुल ₹15,570 करोड़ रहा। हालांकि, सॉल्वेंसी रेश्यो पिछले वर्ष के 2.15 फीसदी से घटकर 2.01 फीसदी हो गया। इसके बावजूद, एसबीआई लाइफ ने 49वें महीने में 259 बेसिस प्वाइंट की वृद्धि और 61वें महीने में 229 बेसिस प्वाइंट की वृद्धि के साथ परसिस्टेंसी रेट्स (Persistency Ratio) में सुधार दर्ज किया। यह हर साल अपनी लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी को रिन्यू करने वाले कस्टमर्स का प्रतिशत है।
एसबीआई लाइफ के यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान (Ulips) का कुल प्रोडक्ट मिक्स में 61% हिस्सा रहा, जो पिछले साल की समान अवधि में 53% था। पार्टिसिपेटिंग प्रोडक्ट्स की हिस्सेदारी 4 फीसदी रही, जबकि नॉन-पार्टिसिपेटिंग वाले प्रोडक्ट्स की हिस्सेदारी प्रोडक्ट मिक्स में 35% रही, जो FY24 की पहली तिमाही में 40 फीसदी से कम है।