बाजार में क्या हो निवेश रणनीति और कहां लगाएं दांव इन सब मुद्दों पर बात करते हुए सीएनबीसी-आवाज़ के मैनेजिंग एडिटर अनुज सिंघल ने कहा कि ग्लोबल बाजारों में हाहाकार मचा हुआ है। कोरोना के बाद कल नैस्डेक और टेस्ला में सबसे बड़ी गिरावट देखने को मिली है। US बाजारों में रातों रात 1 अरब डॉलर उड़ गए नैस्डेक कल 3.6 फीसदी गिरा। बड़ा सवाल ये है कि क्या ग्लोबल बाजारों में गिरावट की शुरुआत है? उधर भारतीय बाजार अपनी ही धुन में चल रहे हैं। भारतीय बाजारों की आज बड़ी अग्निपरीक्षा है।
अब तक निफ्टी में 200 अंकों की गिरावट को आंख बंदकर खरीदा जा रहा है। भारतीय बाजार भी कुछ करेक्शन के दौर से गुजर रहे हैं। बजट में टैक्स बढ़ोतरी के बाद भारतीय बाजारों का सेंटिमेंट थोड़ा बिगड़ा है। बजट के दिन का 24,074 का निचला स्तर सबसे अहम लेवल है। आज निफ्टी और शेयरों की मंथली एक्सपायरी भी है।
बाजार: अब आगे क्या?
अनुज का कहना है कि एक बार फिर, रिटेल और HNIs को बाजार को सहारा देना होगा। MFs 1.5 लाख करोड़ रुपए के कैश में बैठे हैं, गिरावट में खरीदारी करेंगे। बजट में टैक्स से FIIs का सेंटिमेंट टूटा है। उनका खरीदारी का सिलसिला रुका है। FIIs ने कैश और इंडेक्स फ्यूचर्स में 10,000 करोड़ रुपए की बिकवाली की है। भारतीय बाजार खराब खबरों पर बिलकुल नहीं गिर रहे हैं। बाजार की दूसरी सबसे बड़ी दिक्कत प्राइवेट बैंक हैं। निफ्टी बैंक 20 DEMA के नीचे है। अब 50 DEMA टूटने का डर है।
अनुज का मानना है कि आज IT शेयरों में पोजीशन जोड़ने का अच्छा मौका है। अगर बाजार रिकवर हुआ तो IT और FMCG के दम पर रिकवरी होगी। निवेशक बिलकुल नहीं घबराएं और मुनाफावसूली से बचें। अपनी SIP पर ब्रेक नहीं लगाएं, अपना SIP and DIP फॉर्मूला याद रखें। डिफेंस, रेलवे जैसे PSU कंपनियों को लेकर बहुत सतर्क रहें। HAL, मझगांव जैसे शेयर आराम से 20-30 फीसदी गिर सकते हैं
इक्विटी इंट्राडे पर SEBI की रिपोर्ट (FY23 के आंकड़े )
इक्विटी इंट्राडे पर SEBI की रिपोर्ट में कहा गया है कि 70 फीसदी इक्विटी इंट्राडे ट्रेडर्स को घाटा होता है। 10 में से 7 इक्विटी इंट्राडे ट्रेडर्स घाटे में रहते हैं। बहुत ज्यादा ट्रेड करने वाले 80 फीसदी ट्रेडर्स को घाटा होता है। 30 साल से कम के 76 फीसदी ट्रेडर्स को घाटा होता है। 3 साल के अनुभव वाले 54 फीसदी ट्रेडर्स को घाटा होता है। घाटे वाले ट्रेडर्स पर 57 फीसदी खर्चे का भी बोझ आता है। मुनाफे वाले ट्रेडर्स 19 फीसदी ट्रेडिंग कॉस्ट चुकाते हैं।
SEBI रिपोर्ट के मायने
ट्रेडिंग ज्यादा रिस्क, ज्यादा रिवॉर्ड वाला कारोबार है। मुनाफे वाले ट्रेडर्स को बड़ा मुनाफा होता है। घाटे वाले ट्रेडर्स को बड़ा नुकसान होता है। एनालिसिस के साथ ट्रेडिंग करने वालों का प्रदर्शन बेहतर है। 3 साल के अनुभव वाले वाले 46 फीसदी ट्रेडर मुनाफे में हैं।
निफ्टी पर अनुज सिंघल की स्ट्रैटेजी
निफ्टी पर रणनीति की बात करते हुए अनुज ने कहा कि निफ्टी के लिए पहला सपोर्ट 24,200-24,250 (20 DEMA)पर और बड़ा सपोर्ट 24,050-24,100 (बजट दिन का निचला स्तर) पर है। अगर निफ्टी 24,050 के नीचे फिसले तो सभी लॉन्ग से एक्जिट करें। रिकवरी के पहले संकेत के लिए निफ्टी IT पर नजर रखें। अगर IT शेयरों में तेजी दिखनी शुरू हो तभी निफ्टी खरीदें। स्थिरता के संकेत पर ही दिन के निचले स्तर के स्टॉप लॉस के साथ खरीदें। 250 प्वाइंट के गैप डाउन के बाद शॉर्ट ना करें। अगर रिकवरी नाकाम होती दिखे तभी शॉर्ट करें। शॉर्ट ट्रेड में दिन के शिखर का स्टॉपलॉस रखें।
निफ्टी बैंक पर रणनीति
अनुज के मुताबिक निफ्टी बैंक काफी कमजोर इंडेक्स है। पिछले 10 दिनों से निफ्टी बैंक से दूर रहने की सलाह दे रहे हैं। निफ्टी बैंक का अगला बड़ा सपोर्ट 50,940 पर है। अगर 50,940 टूटा तो अगला सपोर्ट 50,000 पर होगा। जब तक बड़े प्राइवेट बैंक स्थिर नहीं होते रैली होना काफी मुश्किल है।
FIIs की बिकवाली सबसे पहले बड़े प्राइवेट बैंकों में आती है। जब भी निफ्टी बैंक घूमेगा, बड़ी रैली हो सकती है।
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