Budget 2024: टूरिज्म सेक्टर के लिए वित्त वर्ष 2024-25 में 2479.62 करोड़ रुपये के कैपिटल एक्सपेंडिचर का प्रावधान किया गया है। यह केंद्रीय बजट 2023-24 में आवंटित 2400 करोड़ रुपये से 3.3 फीसदी अधिक है। हालांकि, पर्यटन के लिए संशोधित बजट खर्च 1692.10 करोड़ रुपये रहा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 23 जुलाई को अपने बजट भाषण में कहा, “पर्यटन हमेशा से हमारी सभ्यता का हिस्सा रहा है। भारत को वैश्विक पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित करने के हमारे प्रयासों से रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे, निवेश को बढ़ावा मिलेगा और अन्य सेक्टर्स के लिए आर्थिक अवसर खुलेंगे।”
केंद्रीय बजट 2023-24 में सीतारमण द्वारा पर्यटन क्षेत्र को अमृत काल के दौरान ट्रांसफॉर्मेटिव और इनक्लुसिव ग्रोथ हासिल करने वाले चार अवसरों में से एक के रूप में बताए जाने के बाद, इस सेक्टर के लिए और अधिक पहल शुरू किए जाने की उम्मीद थी। बजट 2024-25 में टूरिज्म इन्फ्रॉस्ट्रक्चर डेवलपमेंट के लिए 2080 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं, जो 2023-24 में रिवाइज्ड खर्च 1294 करोड़ रुपये से अधिक है।
Budget 2024 में विष्णुपद मंदिर कॉरिडोर और महाबोधि मंदिर कॉरिडोर के लिए खास प्लान
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर की तर्ज पर विष्णुपद मंदिर कॉरिडोर और महाबोधि मंदिर कॉरिडोर को सपोर्ट देने का प्रस्ताव रखा, ताकि उन्हें विश्व स्तरीय तीर्थ और पर्यटन स्थल में बदला जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि राजगीर के लिए एक कंप्रिहेंसिव डेवलपमेंट इनिशिएटिव की जाएगी।
सीतारमण ने कहा, “हमारी सरकार नालंदा विश्वविद्यालय को उसके गौरवशाली स्वरूप में फिर से तैयार करने के अलावा नालंदा को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने में सहयोग करेगी। FAITH (फेडरेशन ऑफ एसोसिएशन इन इंडियन टूरिज्म एंड हॉस्पिटैलिटी) के कंसल्टिंग सीईओ आशीष गुप्ता ने कहा, “वित्त मंत्री ने घोषणा की कि भारत में वैश्विक पर्यटन केंद्र बनने की क्षमता है, जो उत्साहजनक है, हालांकि, बजट रिकमंडेशन में भी इसका समर्थन होता तो अच्छा होता।
उन्होंने कहा कि मार्केटिंग और पब्लिसिटी बजट में वृद्धि, हॉस्पिटैलिटी को इन्फ्रॉस्ट्रक्चर का दर्जा देना, यात्रा पर TCS को समाप्त करने और टूरिज्म ट्रैवल और हॉस्पिटैलिटी पर जीएसटी दरों में कमी जैसे उपाय इंडस्ट्री की कुछ मांगें थीं। वित्त वर्ष 2024-25 में पर्यटन क्षेत्र के लिए तय कुल आवंटन में से 33 करोड़ रुपये विदेशी प्रचार और प्रसार के लिए आवंटित किए गए हैं, जो संशोधित आवंटन 100 करोड़ रुपये से कम है। मार्केट डेवलपमेंट असिस्टेंस सहित घरेलू प्रचार-प्रसार के लिए आवंटित बजट 2023-2024 के संशोधित आवंटन में 95 करोड़ रुपये से बढ़कर 176.97 करोड़ रुपये हो गया।