प्राइवेट सेक्टर की एयरलाइन स्पाइसजेट के बोर्ड ने क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (QIP) के जरिए 3000 करोड़ रुपये जुटाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। कंपनी ने आज 23 जुलाई को स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में यह जानकारी दी। इस खबर के बीच आज एयरलाइन के शेयरों में 7 फीसदी से अधिक की तेजी देखी गई। यह स्टॉक BSE पर 3.48 फीसदी की बढ़त के साथ 56.72 रुपये के भाव पर बंद हुआ है। इस तेजी के साथ कंपनी का मार्केट कैप बढ़कर 4500 करोड़ रुपये हो गया है। स्टॉक का 52-वीक हाई 77.50 रुपये और 52-वीक लो 29 रुपये है। पिछले एक साल में कंपनी के शेयरों में 92 फीसदी की तेजी आई है।
SpiceJet को कर्ज कम करने में मिलेगी मदद
इस फंडिंग से स्पाइसजेट को अपना कर्ज कम करने और अपनी बैलेंस शीट को मजबूत करने में मदद मिलेगी, जिससे भविष्य में ग्रोथ के लिए आधार तैयार होगा। एयरलाइन ने ऑपरेशनल एफिशिएंसी में सुधार, नई टेक्नोलॉजी में निवेश और कस्टमर एक्सपीरियंस को बेहतर बनाने के लिए फंड का इस्तेमाल करने की योजना बनाई है। कंपनी ने 18 जुलाई को एक अलग फाइलिंग में फंड जुटाने के बारे में जानकारी दी थी।
स्पाइसजेट इस फंड का इस्तेमाल अपने फ्लीट का विस्तार करने के लिए भी कर सकती है, जिससे उसे क्षमता बढ़ाने और हवाई यात्रा की बढ़ती मांग का लाभ उठाने में मदद मिलेगी। एयरलाइन के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर अजय सिंह ने पहले कहा था कि कंपनी अपनी ग्रोथ प्लान्स को बढ़ावा देने और इंडियन एविएशन मार्केट में डिमांड का लाभ उठाने के लिए नए फंड जुटाने के अवसरों की तलाश कर रही है। इसके पहले फरवरी में, स्पाइसजेट के बोर्ड ने अपने ग्राउंडेड एयरक्राफ्ट को फिर से तैयार करने के लिए शेयरों के प्रेफरेंशियल इश्यू के माध्यम से 316 करोड़ रुपये तक का फंड जुटाने को भी मंजूरी दी।
SpiceJet को मार्च तिमाही में ₹127 करोड़ का मुनाफा
जनवरी-मार्च तिमाही में स्पाइसजेट ने ₹127 करोड़ का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट दर्ज किया, जबकि पिछली तिमाही में कंपनी को ₹299 करोड़ का घाटा हुआ था। वहीं, एक साल पहले की समान अवधि में इसे ₹6 करोड़ का घाटा हुआ था। कंपनी का कंसोलिडेटेड रेवेन्यू Q4FY24 में दबाव में रहा, जो पिछली तिमाही से 9.1% घटकर ₹1,738 करोड़ रह गया। मार्च तिमाही में रेवेन्यू में सालाना 19% की गिरावट आई।