पब्लिक सेक्टर की रेलवे कंपनी इंडियन रेलवे फाइनेंस कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IRFC) में अप्रैल-जून की अवधि के बीच रिटेल शेयरहोल्डर पार्टिसिपेशन में वृद्धि देखी गई है। इस बढ़ोतरी के साथ कंपनी के पास छोटे शेयरहोल्डर्स की कुल संख्या 50 लाख से अधिक हो गई है। बीएसई पर कंपनी द्वारा जारी लेटेस्ट शेयरहोल्डिंग पैटर्न से यह जानकारी मिलती है। बजट से एक दिन पहले यानी आज 22 जुलाई को कंपनी के शेयरों में 0.12 फीसदी की मामूली तेजी आई है और यह स्टॉक BSE पर 206 रुपये के भाव पर ट्रेड कर रहा है। कंपनी का मार्केट कैप 2.69 लाख करोड़ रुपये है।
5.79 लाख स्मॉल शेयरहोल्डर्स ने खरीदे IRFC के शेयर
शेयरहोल्डिंग पैटर्न के अनुसार अप्रैल से जून की अवधि के बीच 5.79 लाख स्मॉल शेयरहोल्डर्स ने IRFC के शेयर खरीदे। IRFC के पास अब 50.63 लाख स्मॉल शेयरहोल्डर्स हैं, जबकि मार्च तिमाही के अंत में इसके पास 44.84 लाख स्मॉल शेयरहोल्डर्स थे। भारत के डोमेस्टिक म्यूचुअल फंड ने भी जून तिमाही में IRFC में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है। मार्च के अंत में 0.18 फीसदी से अब फंडों की कंपनी में 0.55 फीसदी हिस्सेदारी है। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों की हिस्सेदारी 1.11 फीसदी पर लगभग फ्लैट बनी हुई है।
जून तिमाही के अंत में सरकार के पास IRFC में 86.36% हिस्सेदारी है, जिसका मतलब है कि उन्हें मिनिमम पब्लिक शेयरहोल्डिंग (MPS) नियमों का पालन करने के लिए कुछ अतिरिक्त हिस्सेदारी बेचनी होगी।
IRFC ने एक साल में दिया 486% का तगड़ा रिटर्न
IRFC के शेयरों की शुरुआत 2021 में ₹26 प्रति शेयर की कीमत पर हुई थी और मार्च 2023 तक वे इसी स्तर पर बने रहे। इसके बाद अन्य सरकारी कंपनियों के शेयरों के साथ IRFC के शेयरों में भी उछाल देखा गया। उस समय IRFC के पास करीब 16 लाख स्मॉल शेयरहोल्डर्स थे। तब से यह संख्या केवल 15 महीनों में तीन गुना हो गई है।
रेलवे फाइनेंसर के शेयरों ने पिछले एक महीने में 16 फीसदी का रिटर्न दिया है। पिछले 6 महीने में यह शेयर 27 फीसदी चढ़ा है। इस साल अब तक कंपनी के शेयरों में 105 फीसदी की शानदार तेजी आई है। पिछले एक साल में इसने 486 फीसदी का तगड़ा रिटर्न दिया है।