आईटी कंपनी विप्रो, नियुक्ति गतिविधियों को फिर से शुरू करने वाली है। कंपनी ने वित्त वर्ष 2025 में 10,000 से 12,000 लोगों को नियुक्त करने की योजना बनाई है। इसमें ऑन कैंपस और ऑफ कैंपस हायरिंग भी शामिल हैं। विप्रो में लगातार दो पूर्ण वित्त वर्षों के दौरान कर्मचारियों की संख्या में गिरावट देखी गई है। अप्रैल-जून 2024 तिमाही में विप्रो ने 3,000 से अधिक फ्रेशर्स को अपने साथ जोड़ा। इसके साथ ही कर्मचारियों की संख्या में लगातार 6 तिमाहियों में गिरावट के बाद जून तिमाही में 337 कर्मचारियों की वृद्धि दर्ज की। कंपनी ने वित्त वर्ष 2026 के लिए भी 10,000-12,000 की सीमा में नियुक्तियां करने की योजना बनाई है।
विप्रो के चीफ एचआर ऑफिसर सौरभ गोविल ने 19 जुलाई को कंपनी के जून 2024 तिमाही नतीजे जारी किए जाने के दौरान कहा कि विप्रो एक साल बाद फिर से हायरिंग करने वाली है। कंपनी वित्त वर्ष 2025 में अपने सभी बैकलॉग ऑफर्स को क्लियर करेगी। गोविल ने कहा कि विप्रो ने कुछ संस्थानों के साथ अपने संबंध और साझेदारी भी पूरी कर ली होगी। इसलिए हम इस साल ऑन कैंपस और ऑफ कैंपस नियुक्तियां करेंगे। हम अगले साल भी इतनी ही संख्या में नियुक्तियां करने की योजना बना रहे हैं।
Q1 में मुनाफा 5% बढ़ा
विप्रो का अप्रैल-जून 2024 तिमाही में कंसोलिडेटेड शुद्ध लाभ सालाना आधार पर 4.6 प्रतिशत बढ़कर 3,003.2 करोड़ रुपये रहा। हालांकि इस दौरान आय 3.8 प्रतिशत घटकर 21,963.8 करोड़ रुपये रही। कंपनी को आगामी जुलाई-सितंबर तिमाही में आईटी सर्विसेज कारोबार सेगमेंट से 260-265.2 करोड़ डॉलर तक आमदनी की उम्मीद है।