HDB Financial Services IPO: आईपीओ के जरिए शेयर बाजार में निवेश करने वाले लोगों के लिए गुड न्यूज है। देश के सबसे बड़े प्राइवेट बैंक एचडीएफसी बैंक ने एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज (HDB Financial Services) की मंजूरी दे दी है। मैनजमेंट एचडीबी फाइनेंशियल आईपीओ के बाहर हिस्सेदारी बेचने की संभावना की भी चर्चा किया है। बता दें, यह बैठक 20 जुलाई को हुई थी।
क्या है एचडीएफसी बैंक ने?
एचडीएफसी बैंक ने शेयर बाजारों को दी जानकारी में कहा है कि बोर्ड ने आज (20 जुलाई) एचडीबी फाइनेंशियल आईपीओ की प्रक्रिया शुरू करने की अनुमति दे दी है। इस आईपीओ की प्रक्रिया को सितंबर 2025 तक पूरा कर लेना है। मैनेजमेंट ने कहा है कि आईपीओ के इतर जाकर भी हिस्सेदारी बेचने की संभावनाओं का तलाशा जाएगा। हालांकि, अभी तक इस पर कोई फैसला नहीं हुआ है।
बैंक की कितनी हिस्सेदारी?
मौजूदा समय में एचडीएफसी बैंक की एचडीबी फाइनेंशियल की कुल हिस्सेदारी 94.60 प्रतिशत की है। एचडीबी फाइनेंशियल एक नॉन बैंज कर्जदाता है। एचबीडी की तरफ से मीडियम, स्मॉल और माइक्रो बिजनेसेज़ को अलग-अलग लोन दिया जाता है।
वित्तीय स्थिति कैसी है?
HDB Financial का रेवन्यू वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान कुल रेवन्यू 14,171 करोड़ रुपये रहा है। जबकि एक साल पहले यह 12,402 करोड़ रुपये रहा था। पिछले वित्त वर्ष के दौरान एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज का प्रॉफिट 2460 करोड़ रुपये रहा है। जबकि इससे पहले वित्त वर्ष के दौरान 1959 करोड़ रुपये का प्रॉफिट हुआ था।
एचडीएफसी बैंक का प्रदर्शन कैसा है?
एचडीएफसी बैंक का एकीकृत शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में 33.17 प्रतिशत बढ़कर 16,474.85 करोड़ रुपये हो गया है। बीते वित्त वर्ष की समान तिमाही में बैंक का शुद्ध लाभ 12,370 करोड़ रुपये रहा था। नेट प्रॉफिट में 6.51 प्रतिशत की कमी आई है। जनवरी-मार्च, 2024 तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ 17,622.38 करोड़ रुपये रहा था।