दिग्गज आईटी कंपनी विप्रो को 30 जून 2024 को खत्म हुई तिमाही में 3003 करोड़ रुपये का कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट हुआ है। एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले विप्रो का मुनाफा 4.6 पर्सेंट बढ़ा है। विप्रो को पिछले साल की जून तिमाही में 2870 करोड़ रुपये का प्रॉफिट हुआ था। विप्रो के शेयर शुक्रवार को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) में 2.78 पर्सेंट की गिरावट के साथ 557.25 रुपये पर बंद हुए हैं। दिन के कारोबार के दौरान विप्रो के शेयर 52 हफ्ते के नए हाई 580 रुपये पर भी पहुंचे।
कंपनी के रेवेन्यू में 4% की गिरावट
चालू वित्त वर्ष की जून तिमाही में विप्रो (Wipro) का रेवेन्यू 21964 करोड़ रुपये रहा है। पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले कंपनी का रेवेन्यू 4 पर्सेंट घटा है। पिछले वित्त वर्ष की जून तिमाही में विप्रो का रेवेन्यू 22831 करोड़ रुपये था। 30 सितंबर 2024 को खत्म होने वाली तिमाही के लिए अपने गाइडेंस में विप्रो ने कहा है कि आईटी सर्विसेज बिजनेस सेगमेंट का रेवेन्यू 2600 से 2652 मिलियन डॉलर की रेंज में रह सकता है।
एक साल में 33% से ज्यादा चढ़ गए हैं कंपनी के शेयर
विप्रो के शेयर पिछले एक साल में 33 पर्सेंट से ज्यादा चढ़ गए हैं। कंपनी के शेयर 19 जुलाई 2023 को 417.80 रुपये पर थे। विप्रो के शेयर 19 जुलाई 2024 को 557.25 रुपये पर बंद हुए हैं। विप्रो के शेयरों में पिछले 3 महीने में 25 पर्सेंट से अधिक की तेजी आई है। पिछले 4 साल में विप्रो के शेयरों में 113 पर्सेंट की तेजी आई है। आईटी कंपनी के शेयर 17 जुलाई 2020 को 261.50 रुपये पर थे। कंपनी के शेयर 19 जुलाई 2024 को 557.25 रुपये पर पहुंच गए हैं। विप्रो के शेयरों का 52 हफ्ते का हाई लेवल 580 रुपये है। वहीं, कंपनी के शेयरों का 52 हफ्ते का लो लेवल 375 रुपये है।