एलेकॉन इंजीनियरिंग के शेयरों में आज 18 जुलाई को करीब 15 फीसदी तक की गिरावट देखी गई। हालांकि, बाद में कंपनी के शेयरों में रिकवरी भी हुई और यह 1.87 फीसदी गिरकर BSE पर 1281 रुपये के भाव पर बंद हुआ। दरअसल, कंपनी ने FY25 की पहली तिमाही में कमजोर नतीजे जारी किए हैं। यही वजह है कि आज स्टॉक में बिकवाली का दबाव दिखा। बता दें यह स्टॉक दिग्गज निवेशक विजय केडिया के पोर्टफोलियो में भी है। आज की गिरावट के साथ कंपनी का मार्केट कैप घटकर 14372 करोड़ रुपये हो गया है।
कैसे रहे Elecon Engineering के तिमाही नतीजे
एलेकॉन इंजीनियरिंग का रेवेन्यू पिछले वर्ष की इसी तिमाही के 414 करोड़ रुपये की तुलना में 5.3 फीसदी घटकर 392 करोड़ रुपये रह गया, जबकि लाभ सालाना आधार पर 73 करोड़ रुपये पर फ्लैट रहा। EBITDA मार्जिन 60 बेसिस प्वाइंट घटकर 23.5 फीसदी रह गया।
फर्म ने कहा कि Q1FY25 में आम चुनावों के कारण ऑर्डर इनफ्लो में कमजोरी के कारण गियर डिवीजन से रेवेन्यू प्रभावित हुआ। एलेकॉन इंजीनियरिंग ने कहा, “हमें Q1FY25 में रेवेन्यू हानि की भरपाई के लिए FY25 के शेष 9M में मांग में तेजी की उम्मीद है।”
Elecon Engineering के MD का बयान
एलेकॉन इंजीनियरिंग के एमडी प्रयास्विन पटेल ने कहा,” यह कमी मुख्य रूप से पिछली तिमाही के दौरान धीमी ऑर्डर इनफ्लो के कारण है, जो आम चुनावों से प्रभावित है, जिसने प्राइवेट और पब्लिक कैपिटल एक्सपेंडिचर दोनों को प्रभावित किया है। हालांकि, हम अनुमान लगाते हैं कि चुनाव के बाद की स्टेबिलिटी और इन्फ्रॉस्ट्रक्चर डेवलपमेंट के लिए गवर्नमेंट सपोर्ट का पॉजिटिव असर पड़ेगा, और हम अपने एनुअल गाइडेंस के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
एलेकॉन इंजीनियरिंग अपने MHE सेगमेंट के लिए प्रोडक्ट्स की सप्लाई और आफ्टरमार्केट बिजनेस पर फोकस करना जारी रखती है, जिसके चलते इस सेगमेंट के लिए प्रॉफिटेबिलिटी में तेज बदलाव आया है।
कैसा रहा है Elecon Engineering के शेयरों का प्रदर्शन
पिछले 6 महीने में एलेकॉन इंजीनियरिंग के शेयरों में 26.16 फीसदी की तेजी आई है। इस साल अब तक कंपनी के शेयर 36 फीसदी चढ़े हैं। पिछले एक साल में इसने 77 फीसदी का रिटर्न दिया है। इतना ही नहीं, पिछले तीन सालों में इसके निवेशकों को 804 फीसदी का तगड़ा मुनाफा हुआ है।