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IRFC, RVNL ही नहीं, रेलवे की इस कंपनी के शेयर भी बने रॉकेट, 1 साल में दिया 300 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न; क्या है वजह

इस कंपनी के शेयर सप्ताह के अंत यानी 12 जुलाई के दिन BSE पर नया रिकॉर्ड कायम करते हुए इंट्रा डे ट्रेड के दौरान 618 और NSE पर 617.80 के न्यू हाई पर पहुंच गए थे। RailTel के शेयरों की क्लोजिंग प्राइस 14.78% की बढ़त के साथ 596.80 रुपये देखी गई।

NSE पर पिछले एक महीने का डेटा देखा जाए तो 14 जून को इसका शेयर 420.14 रुपये पर क्लोज हुआ था, जबकि 14 जुलाई को इसके शेयर 596.90 रुपये पर क्लोज हुए यानी एक महीने में इसके शेयरों में 42 फीसदी के करीब तेजी आई है। जबकि, एक हफ्ते में RailTel के शेयर 22 फीसदी के करीब चढ़े हैं।

क्या है RailTel की शेयर प्राइस में उछाल की वजह

RailTel की शेयर प्राइस में इतनी तेजी से उछाल आने की कई वजहें हैं। पिछले एक महीने में इसे 161 करोड़ रुपये के कई ऑर्डर मिले हैं।

जून के अंत में RailTel ने एक एक्सचेंज फाइलिंग में खुलासा किया था कि 20.22 करोड़ रुपये का ऑर्डर दक्षिण मध्य रेलवे (South Central Railway) के सिकंदराबाद डिवीजन के 523RKM में IP-MPLS के प्रोविजन को लेकर टेलीकॉम से जुड़े कामों के लिए मिला है। यह प्रोजेक्ट 18 जून 2025 तक पूरा कर लिया जाएगा।

रेलटेल समेट रेलवे के ज्यादातर शेयरों में जबरदस्त इजाफा इसलिए देखने को मिल रहा है क्योंकि लोगों को उम्मीद है कि केंद्र सरकार 23 जुलाई को आने वाले बजट में रेलवे के लिए ज्यादा रकम का आवंटन करेगी।

हाल ही में, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने 2500 नए सामान्य यात्री कोच (general passengers coaches) और 10,000 अतिरिक्त कोच की योजनाओं का अनावरण किया था। गौरतलब है कि रेलवे परियोजनाओं के बजट आवंटन को 2024-25 के लिए 2.55 लाख करोड़ रुपये तक बढ़ा दिया गया है, जो पिछले साल के 2.40 लाख करोड़ से ज्यादा है।

रेलटेल क्या है

RailTel एक मिनी-रत्न (Category-1) PSU कंपनी है जो भारतीय रेलवे के कम्युनिकेशन नेटवर्क का मॉडर्नाइजेशन करने और रखरखाव के साथ-साथ ब्रॉडबैंड और मल्टीमीडिया सर्विसेज प्रदान करती है। 2002 में स्थापित हुई सरकारी (PSU) कंपनी भारतीय रेलवे के ट्रेन नियंत्रण संचालन और सुरक्षा प्रणाली को आधुनिक बनाने के लिए ब्रॉडबैंड और VPN सेवाएं प्रदान करता है।

RailTel दो तरह का बिजनेस करती है, पहला-टेलीकॉम इंफ्रास्ट्रक्चर और दूसरा प्रोजेक्ट्स । टेलीकॉम सर्विसेज के तहत, यह लीज लाइन सेवाएं NLD, इंटरनेट सर्विसेज (ISP) और पैसिव इंफ्रास्ट्रक्चर सर्विसेज (IP-1) प्रदान करती है। प्रोजेक्ट के तहत, कंपनी अन्य संस्थाओं के लिए OFC नेटवर्क बिछाने और मेनटेन रखने का काम करती है।

कंपनी के पास देश भर में इंटरनेट और पैसिव इंफ्रास्ट्रक्चर सर्विसेज सहित लंबी दूरी की सेवाएं प्रदान करने के लिए 61,000 किलोमीटर का ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क है। इसके अलावा, इसने भारतनेट BharatNet), नेशनल नॉलेज नेटवर्क (NKN), रेलवे सिग्नलिंग जैसे प्रोजेक्ट्स पर भी काम किया है।

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