Budget expectations : बाजार में लगातार तेजी बनी हुई है। निवेशको के बीच टेंशन नहीं नजर आ रहा है। बाजार में तेजी का राज क्या है? क्या बाजार की रफ्तार पर ब्रेक जरूरी है? क्या बहुत महंगा हो गया है बाजार? क्या IT के लिए खुशखबरी लेकर आया है TCS? रेलवे शेयरों में तेजी की वजह क्या है और क्या ये तेजी आगे भी कायम रहेगी? यहां इन्हीं सवालों के जवाब खोजने की कोशिश करेंगे। इस कोशिश में सीएनबीसी-आवाज़ के साथ है। मार्केट एक्सपर्ट सुदीप बंद्योपाध्याय, SW Capital के डायरेक्टर पंकज जैन, Research & Ranking के CIO जसप्रीत सिंह अरोड़ा और Ansid Capital के मैनेजिंग पार्टनर अनुराग सिंह।
बाजार की चाल पर नजर डालें तो इसमें SIP का दम जारी है। जून में SIP इनफ्लो 21,000 करोड़ रुपए के पार चला गया। जून में SIP इनफ्लो महीने दर महीने आधार पर 20,904 करोड़ रुपए से बढ़कर 21,260 करोड़ रुपए पर रहा है। 2024 के पहले 6 महीनों में SIP इनफ्लो 1 लाख करोड़ रुपए के पार चला गया है। जनवरी-जून 2024 में SIP इनफ्लो 1.19 लाख करोड़ रुपए रहा है। जून में महीने-दर महीने के आधार पर कुल AUM 58.64 लाख करोड़ रुपए से बढ़कर 60.89 लाख करोड़ रुपए रहा है।
क्या महंगा है बाजार?
इस सवाल पर इन एक्सपर्ट की मिलीजुली राय ये है कि निफ्टी का वैल्युएशन ज्यादा नहीं है। निफ्टी का मौजूदा PE 23 पर है। 5 सालों में अर्निंग ग्रोथ 15 रही है। निफ्टी की ग्रोथ भी 15 फीसदी रही है। 2018-19 में भी निफ्टी का वैल्युएशन यही था।
बाजार में लिक्विडिटी का तड़का
बाजार में जोरदार निवेश आता नजर आ रहा है। PF, SIP, इंश्योरेंस और MF से लगातार निवेश हो रहा है। हर महीने 1,500 करोड़ रुपए का निवेश जारी है। FPIs की बिकवाली खत्म हो गई है, अब ये नेट बायर बन गए हैं। फैमिली ऑफिस से बाजार में खरीदारी जारी है।
बाजार के लिए अच्छे संकेत
बाजार के लिए कई अच्छे संकेत दिख रहे हैं। अमेरिका में महंगाई दर में कमी आ रही है। अमेरिका में CPI घटकर 3 फीसदी पर आ गई है। कच्चे तेल के दामों में स्थिरता है। अमेरिका में ब्याज दरों में कटौती के संकेत दिख रहे हैं। फेड इस साल ब्याज दरें दो बार घटा सकता है। बजट से उम्मीदें काफी ज्यादा हैं। इस बार के बजट में कैपेक्स पर फोकस रहने की उम्मीद है।
TCS पर मैनेजमेंट
नतीजों के बाद TCS के मैनेजमेंट ने कहा कि वित्त वर्ष 2024 के मुकाबले वित्त वर्ष 2025 बेहतर रहेगा। मार्केट में डिमांड की स्थिति में बदलाव नहीं हुआ है। TCV 700-900 करोड़ डॉलर के बीच रहना अच्छा नहीं है। क्लाइंट्स से बड़ी डील को लेकर बातचीत जारी है। साल के अंत तक मार्जिन 26-28 फीसदी के बीच रहना संभव है। नॉर्थ अमेरिका BFSI और यूरोप में मजबूत ग्रोथ देखने को मिली है। BFSI में बैंकिंग का प्रदर्शन मजबूत रहा है। पिछली 6 तिमाहियों से कस्टमर सेंटिमेंट स्थिर है।
गौरतलब है कि जून तिमाही में टीसीएस का कंसालिडेटेड शुद्ध मुनाफा सालाना आधार पर 8.72 फीसदी उछलकर 12,040 करोड़ रुपये और रेवेन्यू 5.44 फीसदी उछलकर 62,613 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। हालांकि तिमाही आधार पर इसके नतीजे मिले-जुले रहे क्योंकि मार्च 2024 तिमाही में इसे 12,434 करोड़ रुपये का मुनाफा और 61,237 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हुआ था। कंपनी के नतीजे मार्केट के अनुमान से बेहतर रहे हैं। मनीकंट्रोल के सर्वे में टीसीएस को 11,999 करोड़ रुपये के नेट प्रॉफिट और 62.190 करोड़ रुपये के रेवेन्यू का अनुमान लगाया गया था। टाटा ग्रुप की इस आईटी कंपनी ने 10 रुपये के अंतरिम डिविडेंड का भी ऐलान किया है
तेज रफ्तार में क्यों रेलवे शेयर?
एक्सपर्ट्स का कहना है कि बजट में सरकार से उम्मीद बढ़ी है। सरकार का इंफ्रास्ट्रक्चर पर फोकस बना रहेगा। अंतरिम बजट में 11.11 लाख करोड़ कैपेक्स की घोषणा हुई थी। पूर्ण बजट में कैपेक्स पर यही रुख जारी रहने की उम्मीद है। रेलवे और पावर सेक्टर के लिए ज्यादा आवंटन संभव है। रेलवे कैपेक्स अगले 5 सालों में 76 फीसदी बढ़ने की उम्मीद है। कोयला, खनिज ढुलाई के लिए अलग ट्रैक को प्राथमिकता दी जाने की संभावना है।
रेलवे शेयरों की रफ्तार की बात करें तो RVNLने 1 महीने में 59.32 फीसदी, RAILTEL में 40.35 फीसदी, IRCON में 23.68 फीसदी, RAMKRISHNA FORGINGS में 22.76 फीसदी, IRFC में 22.33 फीसदी, TITAGARH RAIL में 19.09 और RITES में 12.79 फीसदी की तेजी देखने को मिली है।