पिछले कुछ महीनों के दौरान शेयर बाजार में तगड़ी तेजी देखने को मिली है।
Stock Market news: पिछले हफ्ते शेयर बाजार में तूफानी तेजी देखने को मिली थी। पिछले कुछ समय से शेयर मार्केट का प्रदर्शन शानदार रहा है। बीते एक साल की बात करें तो बीएसई सेंसेक्स में 22 प्रतिशत से अधिक की तेजी देखने को मिली है। इरेडा सहित कई दिग्गज कंपनियों का आईपीओ इस दौरान आया था। रेलवे, रेन्यूवेबल सेक्टर की कई कंपनियों ने पिछले कुछ महीनों के दौरान शानदार रिटर्न दिया है। इस बीच पिछले 15 महीनों में कई कंपनियों के प्रमोटर्स ने अपनी हिस्सेदारी को घटाया है। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार इंडियन प्रमोटर्स ने 1.12 लाख करोड़ रुपये की बिक्री की है।
रिपोर्ट के अनुसार पिछले वित्त वर्ष में इंडियन प्रमोटर्स ने 82,005 करोड़ रुपये की बिक्री की थी। वहीं, इस वित्त वर्ष अबतक 35,588 करोड़ रुपये की हिस्सेदारी बेच चुके हैं। यह सभी बिक्री सेंकेंड्री मार्केट से हुई है। बता दें, वित्त वर्ष 2023 की तुलना में पिछले 15 महीनों के दौरान प्रमोटर्स ने अधिक हिस्सेदारी बेची है। तब प्रमोटर्स के द्वारा 45,448 करोड़ रुपये की बिक्री की गई थी।
क्यों बेच रहे हैं हिस्सेदारी?
पिछले 15 महीनों की बात करें तो सेंसेक्स में 32 प्रतिशत का इजाफा देखने को मिला है। इस दौरान बीएसई 2100 अंकों की तेजी के साथ 80,000 को क्रॉस कर गया। शेयरों में बिक्री की एक वजह मुनाफा कमाना भी है। बाजार में तेजी की वजह से कंपनियों के वैल्यूएशन में भी इजाफा हुआ है। जिसका फायदा प्रमोटर्स उठाना चाह रहे हैं।
प्रमोटर्स के बाद फंड कंपनियों ने सबसे अधिक की बिक्री की है। प्राइवेट इक्विटी फंड कंपनियों ने पिछले 15 महीने में 1.15 लाख करोड़ रुपये की बिक्री की है। प्राइवेट इक्विटी फंड की बिक्री से यह बात स्पष्ट हो रही है एफडीआई में गिरावट देखने को मिल रही है।
आईपीओ का भी रहा बहार
बीते 15 महीनों में 91 कंपनियों का आईपीओ आया था। प्राइमरी मार्केट के जरिए इन कंपनियों ने 80,000 करोड़ रुपये जुटाए हैं। जिसमें से दो तिहाई पैसा कंपनियों ने ‘ऑफर फॉर सेल’ के जरिए जुटाया था। अगले कुछ महीनों के दौरान भी प्राइमरी मार्केट में हलचल रहेगी। इसी साल हुंडई का आईपीओ भी आ सकता है।