जानी-मानी रेटिंग एजेंसी फिच रेटिंग्स ने स्टील कंपनी टाटा स्टील (Tata Steel) का आउटलुक बदलकर नेगेटिव कर दिया है। रेटिंग एजेंसी का कहना है कि ब्रिटेन में मौजूद कंपनी के ऑपरेशन के टर्नअराउंड को लेकर जारी अनिश्चितता की वजह से उसके आउटलुक में बदलाव किया गया है। बहरहाल, फिच रेटिंग्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि टाटा स्टील के इंडियन और डच ऑपरेशन में जबरदस्त ग्रोथ की उम्मीद है और इस तरह ब्रिटिश ऑपरेशन की भरपाई हो सकती है।
रिपोर्ट में कहा गया है, ‘फिच रेटिंग्स ने टाटा स्टील लिमिटेड (TSL) की इश्यूअर डिफॉल्ट रेटिंग (IDR) का आउटलुक स्टेबल से बदलकर नेगेटिव कर दिया है। साथ ही, IDR को ‘BBB-‘ के लेवल पर रखा गया है।’ रिपोर्ट के मुताबिक, नेगेटिव आउटलुक कंपनी के ब्रिटिश ऑपरेशन को लेकर जारी अनिश्चितता की तरफ संकेत करता है।
रेटिंग एजेंसी का यह भी कहना है कि ब्रिटेन में सत्ता में परिवर्तन और टाटा स्टील में नौकरियों को बचाने को लेकर ब्रिटिश यूनियन की कोशिशों की वजह से कंपनी की नुकसान कम करने की योजनाओं में देरी हो सकती है। ब्रिटेन के साउथ वेल्स स्थित टाटा स्टील के पोर्ट टालबोट प्लांट की सालाना क्षमता 30 लाख सालाना है और इस देश में कंपनी के कुल ऑपरेशन की संख्या 8,000 है।
कार्बन उत्सर्जन को कम करने के प्लान के तहत कंपनी लो-इमिशन इलेक्ट्रिक आर्क फर्नेस (EAF) प्रोसेस को ब्लास्ट फर्नेस रूट की तरफ ले जा रही है और यह प्रक्रिया अपने साइकल के अंतिम चरण में है। टाटा स्टील और ब्रिटिश सरकार ने सिंतबर 2023 में 1.25 अरब पौंड के संयुक्त निवेश को लेकर समझौता किया था। इसका मकसद पोर्ट टालबोट स्टील प्लांट में कार्बन उत्सर्जन की चुनौती से निपटना थी। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में 12 जुलाई को टाटा स्टील का शेयर 0.14 पर्सेंट की गिरावट के साथ 168.69 रुपये पर बंद हुआ।