नैशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी मिडकैप 150 के 150 शेयरों में से 131 अपने-अपने 200 दिन के मूविंग एवरेज से ऊपर हैं। इसी तरह निफ्टी स्मॉलकैप 250 के 211 शेयर लंबी अवधि के मूविंग एवरेज से ऊपर कारोबार कर रहे हैं। निफ्टी मिडकैप 150 में साल 2023 में 43.7 फीसदी का इजाफा हुआ है। वहीं साल 2021 की शुरुआत से यह सूचकांक 171.8 फीसदी चढ़ा है जो 5 जुलाई को अपने सर्वकालिक उच्चस्तर 21,369 पर पहुंच गया।
इसी तरह निफ्टी स्मॉलकैप 250 में साल 2024 में अब तक 26.1 फीसदी का इजाफा हुआ है जो साल 2023 में 48.1 फीसदी चढ़ा था जबकि 2021 से अब तक इसमें 191.5 फीसदी का इजाफा हुआ है। पिछले शुक्रवार को यह 17,749 के नए उच्चस्तर पर पहुंच गया था। मार्च 2024 से निफ्टी मिडकैप 150 में अब तक करीब 20 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है और निफ्टी स्मॉलकैप 250 में 24 फीसदी से अधिक का इजाफा हुआ है। इस तरह से इन दोनों ने निफ्टी-50 को पीछे छोड़ दिया जिसमें मात्र 8.9 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
तकनीकी चार्ट से पता चलता है कि निफ्टी मिडकैप 150 अपने 200 दिन के मूविंग एवरेज 17,455 से 22.3 फीसदी ऊपर कारोबार कर रहा है। इस बीच, निफ्टी स्मॉलकैप 250 अपने 200 दिन के मूविंग एवरेज 14,371 से 23.2 फीसदी ऊपर है।
हाल के महीनों में विश्लेषकों ने स्मॉल और मिडकैप शेयरों में सतर्कता बरतने की सलाह दी है क्योंकि इनके भाव बहुत ज्यादा हैं और उन्होंने निवेशकों को लार्जकैप पर ध्यान देने का सुझाव दिया है। मददगार अर्थव्यवस्था के बीच बाजार के बेहतर प्रदर्शन करने की उम्मीद है। लेकिन विश्लेषकों का मानना है कि इस मूल्यांकन को सही ठहराने के लिए कंपनियों की आय में बढ़ोतरी जरूरी है।
कोटक ऑल्टरनेट ऐसेट मैनेजर्स के मुख्य निवेश रणनीतिकार जितेंद्र गोहिल ने कहा कि हमारी निवेश समिति भारत के आर्थिक माहौल पर रचनात्मक बनी हुई है और उसका मानना है कि आर्थिक वृद्धि के मजबूत फंडामेंटल कंपनियों की आय को सहारा देंगे। लार्जकैप का जोखिम-प्रतिफल जरूरत से ज्यादा मूल्यांकन वाले स्मॉल और मिडकैप के मुकाबले ज्यादा आकर्षक है। हम इस क्षेत्र में चयनात्मक रुख अपनाए हुए हैं और लार्जकैप के पक्ष में वेटेज में कमी की सिफारिश करते हैं।
अहम स्तर पर नजर रखने की जरूरत
निफ्टी मिडकैप अभी रोजाना, साप्ताहिक और मासिक पैमाने पर बोलिंगर बैंड्स (अनुमानित ट्रेडिंग दायरा) के ऊंचे छोर के साथ कारोबार रहा है। 21,430 से ऊपर निकलने और सतत कारोबार के बाद यह 21,800 की ओर बढ़ सकता है। इसके उलट अगर यह 21,300 के ऊपर टिके रहने में नाकाम रहता है तो इंडेक्स पिछले हफ्ते के निचले स्तर 20,500 को दोबारा परख सकता है। समर्थन का अहम स्तर 20,000 है।
निफ्टी स्मॉलकैप साप्ताहिक पैमाने पर ऊपर निकला है। अल्पावधि का मामला तेजी का बना हुआ है जब तक कि यह 17,570 के ऊपर टिका रहता है। ऊपर की ओर इंडेक्स 18,200-18,400 के स्तर तक चढ़ सकता है। इसमें नाकामी पर यह 16,900 के स्तर तक नीचे आ सकता है।
ऐंजल वन के वरिष्ठ विश्लेषक (तकनीकी व डेरिवेटिव) ओशो कृष्ण ने कहा कि मुख्य सूचकांक अब उच्च स्तर पर बने रहने में सक्षम नहीं हैं और ऐसा ही रुझान स्मॉल व मिडकैप में दिख रहा है, जिनमें पिछले हफ्ते मजबूती देखी गई थी। नतीजों का आगामी सीजन और बजट शेयर विशेष को बढ़ाएंगे। बजट की घोषणा के बाद थोड़ी शांति रह सकती है। स्मॉल और मिडकैप में सतर्कता बरतने की सलाह दी जाती है। निफ्टी मिडकैप 100 आगे 55,800-56,000 तक फिसल सकता है और इसके बाद भी और गिरावट संभव है।