रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) की टेलीकॉम यूनिट जियो अगले साल यानी 2025 तक IPO ला सकती है। अमेरिकी ब्रोकरेज जेफरीज के अनुसार, इसके जरिए कंपनी 112 बिलियन डॉलर (करीब ₹9.3 लाख करोड़) से ज्यादा जुटा सकती है।
ब्रोकरेज के कहना है कि यह IPO रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर की कीमत में 7%-15% की तेजी ला सकता है। जेफरीज ने RIL के शेयर को 3,580 के टार्गेट के साथ ‘बाय’ रेटिंग दी है। इस साल अब तक रिलायंस के शेयर में 22% से ज्यादा की तेजी देखने को मिली है।
दलाल स्ट्रीट पर जियो की लिस्टिंग के लिए अंबानी के पास दो ऑप्शन
जेफरीज ने कहा कि जियो को दलाल स्ट्रीट पर लिस्ट कराने के लिए मुकेश अंबानी के पास दो ऑप्शन है- IPO (इनिशियल पब्लिक ऑफर) या जियो फाइनेंशियल सर्विसेज जैसा स्पिन-ऑफ यानी डीमर्जर।इंस्टीट्यूशन इन्वेस्टर्स स्पिन-ऑफ के पक्ष में हैं क्योंकि होल्डिंग कंपनी डिस्काउंट लिस्टेड एंटिटी पर लागू नहीं होगी।
हालांकि, IPO से लिस्टिंग के बाद रिलायंस को जियो पर मैज्योरिटी कंट्रोल बनाए रखने में मदद मिलेगी। एक्सपर्ट और इंडस्ट्री से जुड़े लोगों को उम्मीद है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज की अगले महीने संभावित AGM में जियो के IPO के बारे में जानकारी दी जा सकती है।
जुलाई में RIL से अलग हुई थी जियो फाइनेंशियल
रिलायंस का फाइनेंशियल सर्विसेज बिजनेस जुलाई-2023 में अपनी मूल कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) से अलग हुआ था। डीमर्जर के बाद प्राइस डिस्कवरी मैकेनिज्म के तहत जियो फाइनेंशियल के शेयर का भाव 261.85 रुपए तय हुआ था।
जियो फाइनेंशियल सर्विस का शेयर आज 0.10% की गिरावट के साथ 347.60 रुपए के स्तर पर कारोबार कर रहा है। पिछले 1 महीने में जियो फाइनेंशियल के शेयर ने 0.76% का निगेटिव रिटर्न दिया है। जबकि, पिछले 6 महीने में जियो फाइनेंशियल के शेयर ने 38.18% का पॉजिटिव रिटर्न दिया है।
जियो के 48 करोड़ से ज्यादा यूजर
TRAI की ओर से अप्रैल में जारी आकड़ों के अनुसार, रिलायंस जियो के पास कुल 484.04 मिलियन यानी 48.40 करोड़ सब्सक्राइबर्स हैं। वहीं, एयरटेल के पास 275.41 मिलियन (27.54 करोड़) और वोडाफोन आइडिया के पास 126.44 मिलियन (12.64 करोड़) कस्टमर्स हैं। जबकि, सरकारी कंपनी BSNL के पास 24.98 मिलियन (2.49 करोड़) कस्टमर्स हैं। यूजर्स के इस डेटा में वायर्ड और वायरलेस दोनों तरह के कस्टमर्स शामिल हैं।