एमक्योर फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड और बंसल वायर इंडस्ट्रीज लिमिटेड के शेयर आज स्टॉक एक्सचेंज में लिस्ट होंगे। तीन दिन में एमक्योर फार्मास्यूटिकल्स का IPO टोटल 67.87 गुना सब्सक्राइब हुआ। रिटेल कैटेगरी में यह इश्यू 7.36 गुना, क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) में 191.24 गुना और नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NII) कैटगरी में 49.32 गुना सब्सक्राइब हुआ।
वहीं, बंसल वायर इंडस्ट्रीज का IPO तीन दिन में टोटल 62.76 गुना सब्सक्राइब हुआ। रिटेल कैटेगरी में यह इश्यू 14.37 गुना, QIB में 153.86 गुना और NII कैटगरी में 54.21 गुना सब्सक्राइब हुआ। दोनों कंपनियों का इनिशियल पब्लिक ऑफर यानी IPO 3 जुलाई से 5 जुलाई तक ओपन हुआ था।
₹1,952.03 करोड़ का था एमक्योर फार्मास्यूटिकल्स का इश्यू
एमक्योर फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड का ये इश्यू टोटल ₹1,952.03 करोड़ का था। इसके लिए कंपनी ने ₹800 करोड़ के 7,936,507 नए शेयर इश्यू किए हैं। वहीं, कंपनी के मौजूदा निवेशकों ने ऑफर फॉर सेल यानी OFS के जरिए ₹1,152.03 के 11,428,839 शेयर बेचे।
बंसल वायर इंडस्ट्रीज का इश्यू ₹745 करोड़ का था
बंसल वायर इंडस्ट्रीज लिमिटेड का ये इश्यू टोटल ₹745 करोड़ का था। इसके लिए कंपनी पूरे ₹745 करोड़ के 29,101,562 नए शेयर इश्यू की। कंपनी के मौजूदा निवेशक ऑफर फॉर सेल के जरिए एक भी शेयर नहीं बेचे।
1981 में एमक्योर फार्मास्यूटिकल्स की स्थापना हुई थी
एमक्योर फार्मास्यूटिकल्स भारत की एक फार्मा यानी दवाई बनाने वाली कंपनी है, जिसकी स्थापना 1981 में हुई थी। कंपनी दवाइयों को बनाने और ग्लोबल लेवल पर मार्केटिंग करने के साथ रिसर्च भी करती है।
एमक्योर फार्मास्यूटिकल्स की भारत में 13 मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटीज हैं। ये फैसिलिटीज अलग-अलग फार्मास्यूटिकल और बायोफार्मास्यूटिकल प्रोडक्ट का उत्पादन कर सकती हैं, जिनमें गोलियां, लिक्विड सबसेंट्स और इंजेक्शन सहित कई प्रोडक्ट शामिल हैं।
बंसल वायर इंडस्ट्रीज की स्थापना 1985 में हुई थी
बंसल वायर इंडस्ट्रीज लिमिटेड एक स्टेनलेस स्टील वायर मैन्युफैक्चरिंग कंपनी है, जिसकी स्थापना दिसंबर 1985 में हुई थी। कंपनी 3,000 से ज्यादा तरह के स्टील वायर प्रोडक्ट बनाती है, जिसका साइज बहुत पतले से लेकर बहुत मोटे तक होता है। कंपनी देश में अपने प्रोडक्ट को बेचने के साथ 50 से ज्यादा देशों में अपने प्रोडक्ट का निर्यात भी करती है।
IPO क्या होता है?
जब कोई कंपनी पहली बार अपने शेयर्स को आम लोगों के लिए जारी करती है तो इसे इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग यानी IPO कहते हैं। कंपनी को कारोबार बढ़ाने के लिए पैसे की जरूरत होती है। ऐसे में कंपनी बाजार से कर्ज लेने के बजाय कुछ शेयर पब्लिक को बेचकर या नए शेयर इश्यू करके पैसा जुटाती है। इसी के लिए कंपनी IPO लाती है।