HDFC Defence Fund: अगर डिफेंस सेक्टर के शेयरों की तेजी का फायदा उठाने के लिए इससे जुड़ी थीम वाले एसआईपी में निवेश शुरू करना चाहते हैं तो जल्दी करें। इसकी वजह ये है कि करीब दो हफ्ते बाद 22 जुलाई से एक विकल्प कम होने वाला है। एचडीएफसी म्यूचुअल फंड ने 9 जुलाई को इससे जुड़ा ऐलान कर दिया कि अब 22 जुलाई से इसके डिफेंस फंड में नई SIP (सिस्टमैटिक इनवेस्टमेंट प्लान) नहीं हो पाएगी। म्यूचुअल फंड के ऐलान के मुताबिक 22 जुलाई के पहले जो एसआईपी हुई होगी, वे चलती रहेंगी यानी कि उसमें निवेश और निकासी जारी रहेगी। एक और बात ये है कि इसमें एकमुश्त और STP (सिस्टमैटिक ट्रांसफर प्लान) अभी भी बंद रहेगा।
हाईली कंसेंट्रेटेड है HDFC Defence Fund
एचडीएफसी डिफेंस फंड को हाई कंसेंट्रेटेड फंड माना जाता है क्योंकि इसमें 21 स्टॉक्स हैं जिसमें 63 फीसदी वजन सिर्फ पांच स्टॉक्स ही घेरे हुए हैं। इस फंड के नेचर के हिसाब से यह मिड एंड स्मॉल कैप ओरिएंटेड फंड है। इस फंड का 80 फीसदी पैसा डिफेंस और इससे जुड़ी कंपनियों में लगता है। डिफेंस और इससे जुड़े सेक्टर से जुड़े स्टॉक्स में एयरोस्पेस एंड डिफेंस, एक्सप्लोसिव्स, शिपबिल्डिंग और इससे जुड़ी सर्विसेज के स्टॉक्स आते हैं।
जब यह फंड लॉन्च हुआ था तो उस समय एचडीएफसी एएमसी के इक्विटी फंड मैनेजर अभिषेक पोद्दार ने कहा था कि दुनिया के कई देश अपनी डिफेंस कैपेबिलिटी को बढ़ा रहे हैं। मजबूत आरएंडडी पर फोकस और मैनुफैक्चरिंग क्षमता में बढ़ोतरी के दम पर डिफेंस में आत्म-निर्भरता भारतीय कंपनियों के लिए मौके तैयार कर रही है। इससे निवेशकों के लिए भी बड़ा मौका बना है। इस स्कीम को अभिषेक पोद्दार मैनेज करते हैं और इसका बेंचमार्क निफ्टी इंडिया डिफेंस इंडेक्स टीआरआई है।
फिर क्यों बंद हो रही SIP?
एचडीएफसी डिफेंस फंड 2 जून 2023 को लॉन्च हुआ था और इससे 100 रुपये के कम से कम निवेश पर भी एसआईपी शुरू हो सकती है। एचडीएफसी फंड की साइट पर मौजूद डिटेल्स के मुताबिक 6 महीने में इसने 10 हजार रुपये के निवेश को 16,066.47 रुपये की पूंजी बना दिया है। इसका एयूएम 3,665.95 करोड़ रुपये है। इस धांसू रिस्पांस के बावजूद इसे बंद करने का फैसला इसलिए लिया गया है क्योंकि एक्सपर्ट्स के मुताबिक लिक्विडिटी कम है और निवेश के लिए विकल्प कम है।