Titan Share Price: टाइटन के शेयर सोमवार 8 जुलाई को शुरुआती कारोबार में 4 फीसदी से अधिक लुढ़क गए। कंपनी के शेयरों में यह गिरावट उसके जून तिमाही के कारोबारी अपडेट के बाद आई है। ब्रोकरेज फर्मों ने इस कारोबारी अपडेट को ‘निराशजनक’ बताया है। जेपी मॉर्गन (JP Morgan) ने तो इसके शेयरों की रेटिंग घटाकर ‘ओवरवेट’ से ‘न्यूट्रल’ कर दी है। साथ ही ब्रोकरेज ने स्टॉक के टारगेट प्राइस को भी 3,850 रुपये से घटाकर 3,450 रुपये कर दिया है। जेपी मॉर्गन के मुताबिक, पिछली 8 तिमाहियों से टाइटन के नतीजे बाजार के उम्मीदों के मुताबिक या उससे बेहतर रहे थे। हालांकि इस बार जून तिमाही में टाइटन ने ज्वैलरी सेगमेंट के रेवेन्यू में 9 फीसदी के ग्रोथ की जानकारी दी है, जो पहले से ही कम की गई उम्मीदों से भी कम है।
टाइटन ने अपने बिजनेस अपडेट में बताया कि सोने की ऊंची कीमतें और शादियों के कम दिन के चलते जून तिमाही में कंज्यूम मांग में कमी आई और इसके उसके ओवरऑल ग्रोथ पर असर पड़ा।
JP मॉर्गन ने कहा कि सोने की कीमतों में अस्थिरता से शॉर्ट-टर्म पर मांग पर असर पड़ता है। हालांकि उनकी चिंता जड़ाऊ आभूषणों की बिक्री में सुस्ती और नए कस्टमर एक्विजेशन को लेकर है। अगर इन दोनों पहलुओं पर सुधार नहीं हुआ तो आगे चलकर टाइटन के मार्जिन पर भी असर देखने को मिल सकता है।
इसलिए, जेपी मॉर्गन ने टाइटन के वित्त वर्ष 2025 से 2027 के अर्निंग प्रति शेयर (EPS) अनुमान को 6% घटाकर 5% कर दिया है।
गोल्डमैन सैक्स ने भी टाइटन के तिमाही अपडेट को “निराशाजनक” बताया है। हालांकि उसने स्टॉक पर 3,700 रुपये के टारगेट प्राइस के साथ स्टॉक पर अपनी “Buy” रेटिंग को बरकरार रखा है। ब्रोकरेज ने कहा कि जून तिमाही में टाइटन के मुकाबले इसकी राइवल कंपनियों ने बेहतर प्रदर्शन किया है, जो चिंता का विषय है। साथ ही ब्रोकरेज ने कहा कि इसके ज्वैलरी मार्जिन पर भी दबाव पड़ने की संभावना है।
मॉर्गन स्टेनली ने भी टाइटन के ज्वैलरी मार्जिन पर दबाव की बात कही है। ब्रोकरेज ने इस शेयर को 3,526 रुपये के टारगेट प्राइस के साथ “इक्वलवेट” रेटिंग दी है।
हालांकि, दूसरी ओर CLSA ने टाइटन पर अपनी “आउटपरफॉर्म” रेटिंग को 4,045 रुपये के टारगेट प्राइस के साथ बनाए रखा है। ब्रोकरेज ने कहा कि सोने की कीमतें सामान्य होने और शादी के मौसम के फिर से आने पर टाइटन की ग्रोथ फिर से रफ्तार पकड़ लेगी। ऐसे में स्टॉक में किसी भी तरह के करेक्शन को इसमें पोजिशन बढ़ाने के मौके के रूप में देखा जाना चाहिए।