कोटक म्युचुअल फंड ने आम चुनाव के बाद स्मॉलकैप शेयरों में स्थिरता का हवाला देते हुए स्मॉलकैप फंडों पर लगाई गई पाबंदी हटा ली है। 26 फरवरी को फंड हाउस ने ऐलान किया था कि निवेशक हर महीने अधिकतम 2 लाख रुपये एकमुश्त निवेश कर सकते हैं जबकि एसआईपी के जरिए प्रति माह 25,000 रुपये निवेश की सीमा लगाई गई थी।
ये पाबंदियां स्मॉलकैप शेयरों में तीव्र उछाल और स्मॉलकैप फंडों में नए निवेश में मजबूती के बीच लगाई गई थीं। मूल्यांकन और तरलता की चिंता ने आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल, टाटा व और निप्पॉन इंडिया समेत कई फंडों को पिछले 12-15 महीने के दौरान निवेश सीमित रखने को बाध्य किया था।
कोटक एमएफ ने कहा कि स्मॉलकैप में आय वृद्धि सुधरने की उम्मीद है। निवेशकों को भेजे ईमेल में फंड हाउस ने कहा कि हमारा मानना है कि स्मॉलकैप में आय वृद्धि सुधरेगी और कंपनियां आय में मजबूत वृद्धि दर्ज करेंगी। चूंकि अर्थव्यवस्था लगातार बढ़ रही है। ऐसे में छोटे कारोबार इसका लाभ उठाने की स्थिति में होंगे और उनके मूल्यांकन को सहारा मिलेगा।
फंड ने कहा कि चूंकि स्मॉलकैप ने विगत में उम्दा प्रदर्शन किया है, लेकिन वास्तविक उम्मीदें अहम है। हाल में नजर आया रिटर्न भविष्य में इसी रफ्तार से बने रहना संभव नहीं लगता और यह सामान्य रह सकता है। ऐसे में हालिया प्रदर्शन के आधार पर जरूरत से ज्यादा निवेश के लालच में नहीं आना चाहिए।
(डिस्क्लेमर : बिजनेस स्टैंडर्ड प्राइवेट लिमिटेड में कोटक फैमिली के नियंत्रण वाली इकाइयों की बहुलांश हिस्सेदारी है)