बेन कैपिटल समर्थित टाइगर कैपिटल अगले वित्त वर्ष तक अपने शेयर भारतीय शेयर बाजारों पर सूचीबद्ध कराने की योजना बना रही है। टाइगर कैपिटल के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्याधिकारी गौरव गुप्ता ने कहा है कि कंपनी ने अपनी प्रबंधन अधीन परिसंपत्तियां (एयूएम) मौजूदा 5,000 करोड़ रुपये से बढ़ाकर पांच साल में 20,000 करोड़ रुपये करने का लक्ष्य रखा है।
विशेष बातचीत में गुप्ता ने कहा कि बढ़ते व्यवसाय को ध्यान में रखते हुए फाइनैंस कंपनी चालू वित्त वर्ष में 600 लोगों को शामिल करने की उम्मीद कर रही है। वह देश में अपने नेटवर्क का विस्तार करने के लिए 60-65 नई शाखाएं खोल रही है।
गुप्ता ने कहा, ‘हमने राजस्थान, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और तमिलनाडु में पैठ बढ़ाने का निर्णय लिया है।’ अभी कंपनी की 90 प्रतिशत हिस्सेदारी बेन कैपिटल के पास है, जबकि बाकी हिस्सेदारी इसके कर्मचारियों के पास है। पिछले साल बेन कैपिटल के अधिग्रहण करने के बाद कंपनी ने अपनी ब्रांडिंग अदाणी कैपिटल से बदलकर टाइगर कैपिटल कर ली।
गुप्ता ने कहा, ‘हमारा ध्यान माइक्रो सेगमेंट पर है क्योंकि हम छोटे व्यवसायों, किसानों और पहली बार घर खरीदने वालों को सेवाएं देते हैं। हमारे सभी ऋण सुरक्षित और जमानत के साथ हैं और हम कोई गैर-जमानती ऋण नहीं देते हैं। हमारे ऋण आम तौर पर आय सृजन या घर खरीदने या निर्माण के लिए मुहैया कराए जाते हैं। आज प्रौद्योगिकी विकास के कारण उधारक लेने वालों के लिए ऋण की पहुंच और उपलब्धता में सुधार हुआ है और इसमें वृद्धि हुई है।’