Sensex Forecast: बीएसई सेंसेक्स 7 महीने से भी कम समय में 70,000 से छलांग लगाकर 80,000 अंक पर पहुंच गया। अगर सेंसेक्स के शुरुआत से अबतक के आंकड़े को देखते तो, हर साल यह करीब 16 फीसदी की दर से बढ़ रहा है। इस हिसाब से, सेंसेक्स दिसंबर 2025 तक 1 लाख अंक के आंकड़े को भी पार कर सकता है। अप्रैल 1979 में सेंसेक्स के बेस वैल्यू को 100 माने तो, इंडेक्स तबसे अबतक 45 सालों में करीब 800 गुना उछल चुका है। इस दौरान इसने करीब 15.9 प्रतिशत CAGR की दर से रिटर्न दिया है। अगर सेंसेक्स इसी दर से बढ़ता रहा, तो हमें अगले दिसंबर तक 1 लाख का आंकड़ा पार होते हुए दिख सकता है।
सेंसेक्स मात्र पिछले 20 कारोबार दिन में 10 प्रतिशत उछला है। यह इसके इतिहास में अबतक की सबसे तेज उछाल है। इस तेजी के पीछे भारतीय इकोनॉमी के मजबूत फंडामेंटल्स, अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ओर से दरों में कटौती की उम्मीद और सरकार की ओर से ग्रोथ को बढ़ावा देने वाली नीतियां प्रमुख कारण हैं। हालांकि जिस गति से रोज नए रिकॉर्ड बने रहे हैं, उसे देखकर कुछ लोगों को बाजार में बुलबुला बनने का भी संदेह हो रहा है।
सेंसेक्स ने 70,000 अंक से 80,000 अंक तक पहुंचने का सफर मात्र 139 कारोबारी दिन में हासिल किया, जो 7 महीने से भी कम समय है। यह सेंसेक्स में 10,000 अंकों की अबतक की सबसे तेज उछाल है। सिर्फ इस साल अबतक सेंसेक्स करीब 11.06 फीसदी बढ़ चुका है।
सेंसेक्स कब 1 लाख के पार पहुंच सकता है?
आनंद राठी शेयर्स एंड स्टॉक ब्रोकर्स के टेक्निकल रिसर्च एनालिस्ट, जिगर एस पटेल ने कहा, “सेंसेक्स ने ऐतिहासिक तौर पर हर साल 14 से 16% CAGR का रिटर्न दिया है। इस कैलकुलेशन के आधार पर यह अनुमान लगाया जा सकता है कि सेंसेक्स डेढ़ से 2 साल के भीतर 1,00,000 अंक तक पहुंच सकता है। हालांकि हमें साथ में यह भी देखना चाहिए कि 2024 एक लीप ईयर है। ऐतिहासिक रूप से लीप ईयर के दौरान अक्सर शेयर बाजार में करेक्शन देखने को मिला है।”
उन्होंने कहा, “इस साल चुनाव नतीजों के कारण पहले ही शेयर बाजार में काफी अस्थिरता देखी जा चुकी है। इसके अलावा बजट के ऐलानों के बाद भी बाजार में अस्थिरता बढ़ने का अनुमान है। बजट से पहले भी बाजार में उतार-चढ़ाव या मामूली सुधार आ सकता है।”
निवेशकों को अब क्या करना चाहिए?
सेंसेक्स इस समय रिकॉर्ड हाई पर कारोबार कर रहा है, ऐसे में निवेशकों को इस समय समझदारी दिखाते हुए उच्च स्तर पर मुनाफावसूली करना चाहिए। जिगर एस पटेल ने कहा, “बाजार में गिरावट की संभावना देखते हुए, अगर सेंसेक्स 81,000-81,500 की सीमा को छूता है, तो कम से कम 30-40 प्रतिशत मुनाफा वसूला करना बुद्धिमानी होगी। यह रणनीति निवेशकों को मुनाफे को भुनाने और बाजार में गिरावट आने पर फिर से निवश के लिए तैयार रहने में मदद करेगी।”