टेक्सटाइल इंडस्ट्री की कंपनी रेमंड के शेयर में 5 जुलाई को शुरुआती कारोबार में 18 प्रतिशत तक की बढ़त दिखी और एक नया हाई क्रिएट हुआ। दरअसल कंपनी के बोर्ड ने रियल एस्टेट बिजनेस ‘रेमंड रियल्टी’ के डीमर्जर को मंजूरी दे दी है। रेमंड्स ने कहा है कि डीमर्जर का उद्देश्य समूह के पूरे रियल एस्टेट कारोबार को एक सिंगल एंटिटी में कंसोलिडेट करना है, ताकि विकास के अवसरों का लाभ उठाया जा सके और नए निवेशकों और रणनीतिक साझेदारों को आकर्षित किया जा सके।
रेमंड का शेयर 5 जुलाई को सुबह बढ़त के साथ 3035.95 रुपये पर खुला और फिर 18 प्रतिशत उछलकर 3484 रुपये के हाई तक गया। कंपनी का मार्केट कैप 23000 करोड़ रुपये पर है। शेयर के लिए अपर प्राइस बैंड 3,530.25 रुपये और लोअर प्राइस बैंड 2,353.55 रुपये है। सर्किट लिमिट 20 प्रतिशत है।
डीमर्जर के बाद शेयरहोल्डर्स को कैसे होगा शेयरों का बंटवारा
डीमर्जर प्लान के तहत रेमंड 10 रुपये प्रति शेयर की फेस वैल्यू वाले रेमंड रियल्टी के 6.65 करोड़ शेयर जारी करेगी। रेमंड के शेयरधारकों को कंपनी के हर एक शेयर के बदले रेमंड रियल्टी का एक शेयर मिलेगा, जिसमें कोई कैश या ऑल्टरनेटिव कंसीडरेशन शामिल नहीं होगा। डीमर्जर पूरा होने के बाद, रेमंड रियल्टी को नेशनल स्टॉक एक्सचेंज और बीएसई दोनों पर एक अलग एंटिटी के रूप में लिस्ट कराया जाएगा।
पिछले साल लाइफस्टाइल बिजनेस को किया था डीमर्ज
पिछले साल रेमंड ने अपने लाइफस्टाइल बिजनेस को Raymond Consumer Care के रूप में डीमर्ज किया था। यह कंपनी की कर्जमुक्त बनने की एक कोशिश थी। लाइफस्टाइल बिजनेस में मैन्युफैक्चरिंग प्लांट्स के साथ सूटिंग बिजनेस, B2C शर्टिंग, ब्रांडेड अपैरल और गारमेंटिंग बिजनेस व B2B शर्टिं के साथ सब्सिडियरी शामिल हैं।