Aavas Financiers: आवास फाइनेंसर्स लिमिटेड में बड़ी हिस्सेदारी बिक्री की तैयारी है, जिसे पहले AU हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड के नाम से जाना जाता था। यह हिस्सेदारी बिक्री, केदारा कैपिटल और पार्टनर्स ग्रुप की ओर से की जा सकती है। इन दोनों ने करीब 8 साल पहले इस कंपनी का संयुक्त रूप से अधिग्रहण किया था। लेकिन अब वे इसमें अपनी पूरी हिस्सेदारी बेचकर कंपनी से बाहर निकलने पर विचार कर रहे हैं। इस मामले से वाकिफ 4 लोगों ने मनीकंट्रोल को यह जानकारी दी।
फिलहाल ये दोनों कंपनी के प्रमोटरों में गिने जाते हैं और इनके पास आवास फाइनेंसर्स की कुल 26.47 प्रतिशत हिस्सेदारी है। अगर यह पूरी हिस्सेदारी किसी को बेची जाती है, तो नए खरीदार को SEBI के पब्लिक शेयरहोल्डिंग नियमों के तहत अतिरिक्त 26 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने के लिए एक ओपन ऑफर लाना पड़ेगा।
आवास फाइनेंसर्स का मार्केट कैपिटलाइजेशन फिलहाल 14,703 करोड़ रुपये है। इस हिसाब से केदारा कैपिटल और पार्टनर्स ग्रुप के हिस्सेदारी की वैल्यू 3,891 करोड़ रुपये आती है। वहीं इस भाव पर कंपनी में 51 प्रतिशत की मेजॉरिटी हिस्सेदारी खरीदने के लिए किसी को 7,498 करोड़ रुपये लगाने पड़ सकते हैं
एक सूत्र ने कहा, “केदारा कैपिटल और पार्टनर्स ग्रुप ने कई सालों से कंपनी में निवेश किया हुआ है, इसे शेयर बाजार में सूचीबद्ध कराया और इसे आगे बढ़ाया है। वे अब अपनी बाकी हिस्सेदारी को किसी प्राइवेट इक्विटी या रणनीतिक निवेशक को बेचने के विकल्पों पर विचार कर रहे हैं।”
संयोग से, केदारा कैपिटल और पार्टनर्स ग्रुप दोनों ने ही ब्लॉक डील के जरिए इस साल अपनी कुछ हिस्सेदारी बेची है। मार्च में, दोनों फर्मों ने 1,369 करोड़ रुपये में आवास फाइनेंसर्स में 12.6 प्रतिशत हिस्सेदारी बेची थी।
एक दूसरे व्यक्ति ने मनीकंट्रोल को बताया कि इस हिस्सेदारी बिक्री के लिए इनवेस्टमेंट बैंकर जेफरीज को सलाहकार के रूप में नियुक्त किया गया है। उसने कहा, “तीन से चार पार्टियां इस डील के लिए ड्यू डिलीजेंस कर रही है।” हालांकि उसने इन पार्टियों का नाम नहीं बताया। दो अन्य सूत्रों ने भी इस हिस्सेदारी बिक्री की योजना की पुष्टि की है।
NSE पर सुबह 10.45 बजे के करीब, आवास फाइनेंसर्स के शेयर 2.72 फीसदी की गिरावट के साथ 1,808.35 रुपये के भाव पर कारोबार कर रहे थे। इस साल की शुरुआत से अबतक कंपनी के शेयरों में करीब 15.83 फीसदी की तेजी आई है।