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Sensex Record: सेंसेक्स पहली बार 80,000 अंक के पार, इन 7 कारणों से शेयर बाजार में आज बना इतिहास

Sensex crosses 80,000: भारतीय शेयर बाजार में आज 3 जुलाई को नया इतिहास बना। सेंसेक्स पहली बार 80,000 अंक के पार चला गया। इस तेजी के पीछे मुख्य कारण रहा एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) रहा, जिसका सेंसेक्स के शेयरों में सबसे अधिक वेटेज है। HDFC बैंक के शेयर में करीब 3.5 प्रतिशत तक की तेजी आई और यह अपने ऑलटाइम हाई पर पहुंच गया। दरअसल ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है, MSCI इंडेक्स के अगले रीबैलेंस में HDFC बैंक का वेटेज बढ़ सकता है। इसके चलते निवेशकों ने आज इस स्टॉक में जमकर खरीदारी।

शेयर बाजार में आज की तेजी के पीछे ये 7 कारण प्रमुख रहे-

1. HDFC बैंक के शेयरों में तेजी

MSCI के इमर्जिंग मार्केट इंडेक्स में HDFC बैंक का वेटेज करीब 3.8 प्रतिशत है। अगस्त में होने वाले इंडेक्स के रीबैलेंस के बाद यह वेटेज 7.2 से 7.5 प्रतिशत तक बढ़ सकता है। ब्रोकरेज फर्म यूबीएस (UBS) का अनुमान है कि वेटेज बढ़ने के बाद HDFC बैंक के शेयर में करीब 54,000 करोड़ तक का निवेश आ सकता है और शेयर 1,900 रुपये के स्तर को पार कर सकता है। सेंसेक्स की तेजी में आज इस शेयर का अकेले करीब 50 प्रतिशत योगदान रहा।

 

2. बैंकिंग स्टॉक में तेजी

HDFC बैंक के अलावा एक्सिस बैंक, ICICI बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक सहित दूसरे बैंकिंग शेयरों में भी आज तेजी रही, जिससे सेंसेक्स और निफ्टी अपने नए उच्चतम स्तर पर पहुंच गए। बैंकिंग स्टॉक में तेजी से निफ्टी बैंक इंडेक्स भी आज बढ़कर 53,201 के नए सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया। निफ्टी बैंक इंडेक्स में कुल 10 शेयर शामिल है और सुबह 11:00 बजे तक, ये सभी शेयर हरे निशान में कारोबार कर रहे थे। HDFC बैंक और फेडरल बैंक 3 प्रतिशत की बढ़त के साथ सबसे आगे थे।

3. FMCG शेयरों से मिला सपोर्ट

FMCG कंपनियों ने भी आज के बढ़त में योगदान दिया। ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज, जाइडस वेलनेस, मिसेज बेक्टर्स फ़ूड स्पेशलिटीज, टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स, नेस्ले इंडिया और डाबर इंडिया में 2 प्रतिशत तक की तेजी आई। जून में कम बारिश के बाद मानसून का फिर से आना FMCG मार्केट के लिए अच्छी खबर है, खासकर ग्रामीण इलाकों में। इसके अलावा एक्सपर्ट्स का अनुमान है कि सरकार रुरल इनकम बढ़ाने के लिए बजट में कई पॉजिटिव ऐलान कर सकती है। इससे भी FMCG स्टॉक्स को सपोर्ट मिला है।

4. बेहतर आर्थिक आंकड़े

जून महीने के अबतक आए आर्थिक आंकड़े बेहतर रहे हैं। जीएसटी कलेक्शन जून में मजबूत रहा है। साथ ही मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई इंडेक्स जून में 58.3 पर वापस आ गया। इससे भी निवेशकों का सेंटीमेंट बेहतर हुआ है।

5. पहली तिमाही में अच्छी कमाई का अनुमान

बाजार को मोटे तौर पर जून तिमाही के कंपनियों के नतीजे अच्छे रहने की उम्मीद है। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के विनोद नायर के मुताबिक, वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में कंपनियों की अर्निंग ग्रोथ के 12-15 प्रतिशत के बीच रहने का अनुमान है। इसके अलावा आरबीआई ने भी पहली तिमाही में जीडीपी ग्रोथ रेट के 7.3 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है। उन्होंने कहा, “वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में दिखे मजबूत प्रदर्शन के वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में भी जारी रहने की उम्मीद है। चौथी तिमाही में निफ्टी 500 की आय में 18 प्रतिशत की ग्रोथ दिखी थी और पहली तिमाही में भी ऐसे ही पॉजिटिव रुख बरकरार रहने की संभावना है।”

6. बजट से जुड़ी उम्मीदें

बजट से जुड़ी उम्मीदों के चलते भी कई सेक्टर्स और स्टॉक में खरीदारी बढ़ी है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण जुलाई के अंत में आम बजट 22024-25 पेश कर सकती हैं। उम्मीद की जा रही है प्रोडक्शन लिंक्ड इनसेंटिव्स (PLI) स्कीम के दायरे में कई और सेक्टर्स को भी लाया जा सकता है।

7. ग्लोबल संकेत

मजबूत ग्लोबल संकेतों से भी बाजार में तेजी को सपोर्ट मिला है। S&P 500 ने बीती रात को पहली बार 5,500 अंक के दायरे को पार किया और 5,509 अंक पर बंद हुआ। वहीं नैस्डैक कंपोजिट ने लगभग एक प्रतिशत की छलांग लगाई और 18,028 की रिकॉर्ड ऊंचाई पर बंद हुआ।

 

डिस्क्लेमरः एक्सपर्ट्स/ब्रोकरेज फर्म्स की ओर से दिए जाने वाले विचार और निवेश सलाह उनके अपने होते हैं, न कि वेबसाइट और उसके मैनेजमेंट के।  यूजर्स को सलाह देता है कि वह कोई भी निवेश निर्णय लेने के पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट से सलाह लें।

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