L&T को सऊदी अरामको से 35,000 करोड़ रुपए के कई ऑर्डर मिले हैं। उसको ये ऑर्डर गैस प्रोजेक्ट के लिए मिले हैं। ये ऑर्डर सऊदी अरामको के JAFURAH पैकेज 1 और 3 से संबंधित हैं। JAFURAH 2nd फेज के लिए भी ऑर्डर मिला है। ये ऑर्डर L&T एनर्जी हाइड्रोकार्बन और MGS गैस कम्प्रेशन सिस्टम डिवीजन के लिए हैं। इस खबर के बाद 2 जुलाई के कारोबारी सत्र में L&T के शेयरों में 3 फीसदी कर की तेजी देखने को मिली थी। आज 3 जुलाई को भी ये शेयर तेजी में दिख रहा है। सुबह 9.25 बजे के आसपास एनएसई पर ये स्टॉक करीब 12 रुपए यानी 0.32 फीसदी की बढ़त के साथ 3639 रुपए के आसपास कारोबार कर रहा है।
एनर्जी ऑर्डर में 80 फीसदी हिस्सा हाइड्रो कार्बन का
इस मुद्दे पर बात करने के लिए सीएनबीसी-आवाज़ के साथ जुड़े L&T के प्रेसिडेंट एनर्जी, सुब्रमण्यम सरमा (Subramanian Sarma)। इस बातचीत में उन्होंने कहा कि कैंसिल प्रोजेक्ट पर 5-6 महीने में फैसला संभव है। कैंसिल हुआ ऑर्डर 20,000 करोड़ रुपए का था। लॉजिस्टिक में थोड़ी चिंता है। कोविड के बाद सप्लाई चेन में सुधार हुआ है। आगे और बड़े ऑर्डर मिलने की उम्मीद है। कंपनी को मिले एनर्जी ऑर्डर में 80 फीसदी हिस्सा हाइड्रो कार्बन का है।
सुब्रमण्यम सरमा ने बताया कि ऑफशोर का कॉन्ट्रैक्ट 24 से 48 महीने का होता है। सऊदी अरामको को L&T के साथ काम करना पसंद है। कंपनी ने 4-5 साल में अपनी अच्छी पोजिशन बनाई है। सऊदी अरामको से हमें बड़ा ऑर्डर मिला है। हमें पहले से मौजूद ऑर्डर मिला है।
कारोबार पर बात करते हुए सुब्रमण्यम सरमा ने कहा कि डिफेंस सेक्टर में इंपोर्ट बैन लिस्ट में शामिल उपकरणों का इंपोर्ट चरणों में बंद किया जाएगा। दिसंबर 2025 से लेकर दिसंबर 2029 तक इन उपकरणों का घरेलू उत्पादन शुरू होगा। BEML के लिए 71 आइटम इस लिस्ट में शामिल हैं। वहीं, BEL के लिए 71 आइटम लिस्ट में शामिल हैं। जबकि इस लिस्ट में हिन्दुस्तान ऐरोनॉटिक्स के लिए 94 आइटम शामिल हैं। रक्षा मंत्रालय ने घरेलू उत्पादन के लिए 346 आइटम्स की लिस्ट जारी की है।