ऑनलाइन फूड डिलीवर करने वाली लीडिंग कंपनी जोमैटो ने गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) लाइसेंस के लिए अपना आवेदन वापस लेने का फैसला किया है। कंपनी ने 2 जुलाई को स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में कहा कि आवेदन वापस लेने का निर्णय पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी जोमैटो फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के बोर्ड द्वारा लिया गया था। जोमैटो ने कहा कि इससे कंपनी के राजस्व/संचालन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
एनबीएफसी के साथ चल रही थी बात
हाल ही में मनीकंट्रोल ने बताया कि फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो अपने पार्टनर रेस्तरां को वर्किंग कैपिटल लोन प्रोवाइड करने के लिए कई एनबीएफसी के साथ बातचीत कर रही थी। कंपनी ने साल 2020 में अपने पार्टनर रेस्तरां को कोविड महामारी के दौरान मदद करने के लिए लोन देने के कारोबार में प्रवेश किया। जोमैटो ने पेमेंट एग्रीगेटर प्राधिकरण (पीए) के लिए आवेदन करने के लिए अगस्त 2021 में जोमैटो पेमेंट प्राइवेट लिमिटेड को शामिल किया और फरवरी 2022 में जोमैटो फाइनेंशियल सर्विसेज को रजिस्टर्ड किया, लेकिन अपना एनबीएफसी लाइसेंस प्राप्त करने में विफल रही। कंपनी ने अपना पीए/पीजी लाइसेंस सरेंडर कर दिया।
जोमैटो के शेयर का हाल
जोमैटो के शेयर की बात करें तो यह 3% तक बढ़कर बंद हुआ। शेयर की कीमत ट्रेडिंग के दौरान 209.80 रुपये पर पहुंच गई। शेयर का यह 52 हफ्ते का हाई है। कारोबार के अंत में शेयर की कीमत 209.05 रुपये पर पहुंच गई।
जोमैटो के तिमाही नतीजे
बीते वित्त वर्ष की मार्च तिमाही में जोमैटो लिमिटेड ने 175 करोड़ रुपये का प्रॉफिट हासिल किया है। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी को 188 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। इस अवधि में कंपनी की परिचालन आय 3,562 करोड़ रुपये रही। इससे एक साल पहले की इसी अवधि में यह आंकड़ा 2,056 करोड़ रुपये था। मार्च, 2024 को समाप्त तिमाही में कंपनी का कुल खर्च 3,636 करोड़ रुपये रहा, जो इससे पिछले साल की इसी अवधि में 2,431 करोड़ रुपये था।