Cello World Shares: हाउसवेयर प्रोडक्ट बनाने वाली कंपनी, सेलो वर्ल्ड लिमिटेड (Cello World Limited) जल्द ही 800 करोड़ रुपये जुटाने के लिए क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (QIP) लॉन्च कर सकती है। कंपनी से जुड़े सूत्रों ने मनीकंट्रोल को यह जानकारी दी है। सेलो वर्ल्ड लिमिटेड का करीब 8 महीने पहले ही 1,900 करोड़ रुपये का आईपीओ (IPO) आया था। हालांकि यह आईपीओ पूरी तरह से ऑफर-फॉर-सेल था, जिसके जरिए कंपनी के प्रमोटरों और निवेशकों ने अपने शेयर बेचे थे। इस कंपनी में ICICI वेंचर्स का भी निवेश है। इसने नवंबर 2022 में सेलो वर्ल्ड में 360 करोड़ रुपये का निवेश किया था।
नवंबर में लिस्टिंग के बाद से सेलो वर्ल्ड के शेयरों में 36 प्रतिशत की तेजी आ चुकी है और शुक्रवार 28 जून को इसके शेयर 880.80 रुपये के भाव तक पहुंच गए थे। कंपनी ने आईपीओ में अपने शेयर 648 रुपये प्रति शेयर के भाव पर बेचे थे।
ऊपर बताए गए लोगों में से एक ने बताया, “QIP पर काम अंतिम चरण में है और आने वाले कुछ हफ्तों में इसके लॉन्च किए जाने की संभावना है। मोतीलाल ओसवाल, JM फाइनेंशियल और कोटक जैसे कुछ इनवेस्टमेंट बैंक इसके शेयर बिक्री पर काम कर रहे हैं।”
कंपनी QIP से मिली राशि का इस्तेमाल विभिन्न उद्देश्यों के लिए करने की योजना बना रही है। इसमें लोन का पुनर्भुगतान, अपनी मैन्युफैक्चरिंग क्षमताओं को बढ़ाना, ग्रोथ योजनाओं की फंडिंग और वर्किंग कैपिटल की जरूरतें शामिल हैं।
एक दूसरे सूत्र ने बताया कि QIP लाने के पीछे एक मुख्य कारण कंपनी में प्रमोटर की हिस्सेदारी को घटाकर 75 प्रतिशत करना है, जिसके कंपनी न्यूनतम पब्लिक शेयरहोल्डिंग नियमों को पूरा कर सके। इन नियमों के तहत शेयर बाजार में सूचीबद्ध होने वाली सभी कंपनियों को लिस्टिंग के तीन साल के अंदर 25 प्रतिशत की न्यूनतम पब्लिक शेयरहोल्डिंग नियम को पूरा करना होता है।
सेलो वर्ल्ड के प्रमोटरों के पास फिलहाल कंपनी में 78 फीसदी हिस्सेदारी है। कंपनी के शेयरधारकों ने 26 जून को एक एक्स्ट्रा-ऑर्डिनरी जनरल मीटिंग (EGM) में QIP के जरिए फंड जुटाने को मंजूरी दी थी।
वित्त वर्ष 2024 में कंपनी का रेवेन्यू सालाना आधार पर 11 फीसदी बढ़कर 2,000 करोड़ रुपये रहा था। वहीं इसका इसका शुद्ध मुनाफा 24 फीसदी बढ़कर 334 करोड़ रुपये रहा। जबकि ऑपरेटिंग प्रॉफिट (EBITDA) इस दौरान 22 फीसदी बढ़कर 535 करोड़ रुपये रहा।