सार्वजनिक क्षेत्र के पंजाब एंड सिंध बैंक (Punjab & Sind Bank) ने कारोबार वृद्धि के लिए क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (QIP) के जरिए चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में 2,000 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बनाई है। न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, बैंक के प्रबंध निदेशक (एमडी) और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) स्वरूप कुमार साहा ने कहा है कि बोर्ड ने पहले ही मंजूरी दे दी है और मर्चेंट बैंकरों को अगस्त तक शामिल कर लिया जाएगा।
बाजार परिस्थितियों के आधार पर, पैसा जुटाने का काम दूसरी तिमाही या तीसरी तिमाही में पूरा हो सकता है। साहा ने कहा कि QIP से बैंक के पूंजी पर्याप्तता अनुपात यानि कैपिटल एडेक्वेसी रेशियो (सीएआर) को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी। मार्च, 2024 के अंत में बैंक का सीएआर 17.10 प्रतिशत था। इसके अलावा, इससे बैंक में सरकार की हिस्सेदारी कम करने में मदद मिलेगी।
पंजाब एंड सिंध बैंक में भारत सरकार की 98.25 प्रतिशत हिस्सेदारी है। बैंक के शेयर की कीमत 59.59 रुपये है। मार्केट कैप 40300 करोड़ रुपये है। बीएसई के डेटा के मुताबिक, जनवरी-मार्च 2024 तिमाही में रेवेन्यू 2,880.78 करोड़ रुपये और शुद्ध मुनाफा 139.35 करोड़ रुपये रहा था।
लोन ग्रोथ आउटलुक को लेकर क्या उम्मीद
चालू वित्त वर्ष 2024-25 के लिए लोन ग्रोथ आउटलुक पर साहा ने कहा कि Punjab & Sind Bank को एसेट बुक में 12-14 प्रतिशत की वृद्धि की उम्मीद है। इसमें खुदरा, कृषि और MSME (RAM) में 15-18 प्रतिशत की वृद्धि देखी जानी चाहिए। जमा के मामले में उन्होंने कहा कि बैंक को चालू वित्त वर्ष के दौरान देनदारियों में 8 से 10 प्रतिशत की वृद्धि की उम्मीद है।
50 ब्रांच को बनाया जा रहा स्मार्ट ब्रांच
साहा ने कहा कि बैंक ने संतुष्टि के स्तर को बेहतर बनाने के लिए कई ग्राहक-केंद्रित पहल की हैं। इसके तहत बैंक 50 चिन्हित शाखाओं को मॉडल या स्मार्ट शाखाओं में बदल रहा है। बैंक ने महिलाओं के लिए रुपे पावर्ड PSB पिंक डेबिट कार्ड भी पेश किया है, जिसके कई लाभ हैं। बैंक ने वेल्थ-टेक पार्टनर फिसडम के माध्यम से डीमैट सेवाएं भी शुरू की हैं, जो इसके ग्राहकों को इक्विटी बाजार में निवेश करने और म्यूचुअल फंड खरीदने की सुविधा प्रदान करती हैं।