दिग्गज निवेशक आशीष कचोलिया ने आइनॉक्स ग्रीन एनर्जी सर्विसेज में 40 करोड़ रुपये तक का निवेश किया है। एक्सचेंज फाइलिंग के मुताबिक कचोलिया ने यह निवेश प्रेफरेंशियल इश्यू और कनवर्टिबल वारंट के जरिए किया है। इस खबर के बीच आज कंपनी के शेयरों में 5.09 फीसदी की तेजी देखी गई और यह स्टॉक BSE पर 180.50 रुपये के भाव पर बंद हुआ है। इस तेजी के साथ कंपनी का मार्केट कैप बढ़कर 5,299 करोड़ रुपये हो गया है। स्टॉक ने आज इंट्राडे में 184.55 रुपये के अपने 52-वीक हाई को छू लिया। इसका 52-वीक लो 55.11 रुपये है।
कचोलिया ने आइनॉक्स ग्रीन में 14.49 लाख इक्विटी शेयर खरीदे, जिन्हें 138 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से आवंटित किया गया। यह खरीदारी कुल 20 करोड़ रुपये की है। इसके अलावा, उन्होंने 20 करोड़ रुपये में 13.79 लाख कनवर्टिबल वारंट भी खरीदे, जिन्हें निवेशकों को 145 रुपये प्रति यूनिट के हिसाब से आवंटित किया गया। बता दें कि वारंट जारी करने के लिए सब्सिक्रिप्शन अमाउंट का 25 फीसदी अभी देय है, जबकि शेष 75 फीसदी आवंटन की तारीख से 18 माह के भीतर वारंट को इक्विटी शेयरों में कनवर्जन करने पर देय है।
Inox Green को प्रेफरेंशियल इश्यू के जरिए 1050 करोड़ रुपये जुटाने को मंजूरी
आइनॉक्स ग्रीन ने एक्सचेंज फाइलिंग में कहा कि उसके बोर्ड ने प्रेफरेंशियल इश्यू के जरिए 1050 करोड़ रुपये जुटाने को मंजूरी दे दी है, जिसमें 400 करोड़ रुपये के इक्विटी शेयर और 650 करोड़ रुपये के कनवर्टिबल वारंट शामिल हैं। शेयर और वारंट दोनों की फेस वैल्यू 10 रुपये है। प्रत्येक कनवर्टिबल वारंट में 18 महीनों के भीतर 145 रुपये प्रति यूनिट पर एक इक्विटी शेयर खरीदने का अधिकार होता है। कंपनी भविष्य के अधिग्रहणों के लिए फंड जुटाने की कोशिश कर रही थी।
एक साल में तीन गुना बढ़ा Inox Green का शेयर प्राइस
पिछले एक साल में आइनॉक्स ग्रीन के शेयर की कीमत तीन गुनी से भी ज्यादा हो गई है। पिछले एक महीने में ही इसमें करीब 30 फीसदी का उछाल आया है। चौथी तिमाही में कंपनी के रेवेन्यू में पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 7.8 फीसदी की गिरावट आई। आइनॉक्स ग्रीन ने 20.3 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट दर्ज किया और पिछले साल के 1.8 करोड़ रुपये के शुद्ध घाटे से उबर गया।
EBITDA में सालाना 20.7 फीसदी की गिरावट आई और यह 11.5 करोड़ रुपये पर आ गया, जबकि मार्जिन पिछले साल के 25.5 फीसदी से 350 बेसिस प्वाइंट से ज़्यादा गिरकर 21.9 फीसदी पर आ गया।