वोडाफोन आइडिया लिमिटेड (Vodafone Idea Ltd) के लिए एक अच्छी खबर है। ब्रिटेन की वोडाफोन ग्रुप पीएलसी (Vodafone Group Plc) ने इस कंपनी में 3,000 करोड़ रुपये तक की इक्विटी निवेश करने की योजना बना रही है। मनीकंट्रोल को यह जानकारी इंडस्ट्री के सूत्रों से मिली है। बता दें कि वोडाफोन आइडिया, ब्रिटेन की वोडाफोन ग्रुप पीएलसी और भारत की आदित्य बिड़ला ग्रुप की ज्वाइंट वेंचर कंपनी है। वोडाफोन ग्रुप पीएलसी ने यह योजना ऐसे समय में बनाई है, जब उसने हाल ही में टेलीकॉम टावर कंपनी इंडस टावर्स में अपनी हिस्सेदारी बेची है।
वोडाफोन ग्रुप 19 जून को एक बयान में कहा था कि वह उसने इंडस टावर्स में अपनी करीब 18 प्रतिशत हिस्सेदारी को 1.7 अरब पाउंड (लगभग 15,300 करोड़ रुपये) में बेच दी है। वोडाफोन पीएलसी ने इंडस टावर्स के शेयर 315.99 रुपये से 325 रुपये प्रति शेयर की कीमत पर बेचे थे। वोडाफोन समूह के पास अब इंडस टावर्स में 3.1 प्रतिशत हिस्सेदारी रह गई है।
वोडाफोन ग्रुप ने कहा था कि वह इस बिक्री से मिली राशि का एक बड़ा हिस्सा कर्ज चुकाने में करेगी। कंपनी ने यह नहीं बताया है कि वह कितना कर्ज चुकाएगी। सोमवार को CNBC TV-18 ने बताया कि भारती एयरटेल इस बीच इंडस टावर्स में अतिरिक्त 3 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने के लिए वोडाफोन पीएलसी के साथ बातचीत कर रही है। एयरटेल ने पिछले सप्ताह ब्लॉक डील में इंडस में एक प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदी थी।
अगर वह इंडस टावर्स में वोडाफोन पीएलसी से 3 प्रतिशत और हिस्सेदारी खरीद लेती है तो एयरटेल की हिस्सेदारी 47.95 प्रतिशत से बढ़कर 48.95 प्रतिशत हो गई है। प्रस्तावित अतिरिक्त हिस्सेदारी खरीद से भारती एयरटेल 52 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ इंडस टावर्स में मेजॉरिटी स्टेकहोल्डर बन जाएगी।
CNBC TV18 की रिपोर्ट के मुताबिक, एयरटेल अपने डेटा सेंटर बिजनेस Nxtra के साथ इंडस टावर्स का विलय करने की योजना बना रही है। एयरटेल का लक्ष्य इस विलय के माध्यम से अपने टेलिकॉम बिजनेस एसेट को हल्का बनाना है। इसके अलावा, इंडस टावर्स की नकदी का इस्तेमाल Nxtra के विस्तार के लिए किया जाएगा।