Uncategorized

बड़े म्यूचुअल फंड पर सेबी की जांच, बिगड़ी NAV की चाल, कितना बड़ा है मामला, समझें

 

देश की कई बड़ी कंपनियों या फंड्स में अपनी हिस्सेदारी रखने वाला क्वांट म्यूचुअल फंड भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) की निगरानी में है। दरसअल, सेबी कथित फ्रंट-रनिंग गतिविधियों को लेकर क्वॉन्ट म्यूचुअल फंड की जांच कर रहा है। इस खबर के बाद क्वॉन्ट म्यूचुअल फंड द्वारा मैनेज म्यूचुअल फंड स्कीम्स ने अपने NAV (शुद्ध संपत्ति मूल्य) में गिरावट दर्ज की है। उदाहरण के लिए क्वांट पीएसयू फंड में 1.09% तक की कमी देखी गई। वहीं, स्मॉल-कैप और मिड-कैप फंडों की NAV में क्रमशः 0.66% और 0.94% की गिरावट आई है। बता दें कि क्वांट म्यूचुअल फंड 93,000 करोड़ रुपये की संपत्ति का प्रबंधन करता है।

क्या है NAV का मतलब

यह किसी भी म्यूचुअल फंड स्कीम की मल्कियत वाली सिक्योरिटीज का मार्केट प्राइस है। दरअसल, म्यूच्यूअल फंड्स निवेशकों की रकम को सिक्योरिटीज मार्केट में निवेश करते हैं। चूंकि सिक्योरिटीज का मार्केट प्राइस हर दिन बदलता है ऐसे में स्कीम का NAV भी दिन के हिसाब से बदलता रहता है। ये हर दिन अलग हो सकता है। कारोबारी दिन के आखिरी में म्यूच्यूअल फंड्स स्कीमों के NAV की जानकारी दी जाती है।

क्वांट म्यूचुअल फंड पर निगरानी

क्वांट म्यूचुअल फंड पर सेबी की निगरानी की वजह से कई निवेशकों के बीच अपने निवेश की सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं। क्वांट के मुंबई मुख्यालय और हैदराबाद स्थित परिसर में हाल ही में छापेमारी के दौरान सेबी ने मोबाइल फोन, कंप्यूटर और अन्य डिजिटल उपकरण जब्त किए हैं। इस कार्रवाई का उद्देश्य परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनी से लीक हुई गोपनीय जानकारी के स्रोत का पता लगाना है।

क्या है आरोप

आरोप है कि फ्रंट-रनिंग के जरिए अवैध तरीके से मुनाफा कमाया गया। फ्रंट-रनिंग का मतलब शेयर बाजार में गलत व्यवहार से है, जहां एक इकाई अपने ग्राहकों को जानकारी उपलब्ध कराने से पहले ब्रोकर या विश्लेषक से मिली जानकारी के आधार पर कारोबार करती है। फ्रंट-रनिंग में व्यक्ति, अक्सर अंदरूनी सूत्र या ब्रोकर शामिल होते हैं, जो विशेषाधिकार प्राप्त जानकारी के आधार पर एडवांस में ही ट्रेडिंग करते हैं।

उदाहरण से समझें

उदाहरण के लिए अगर कोई ब्रोकर जानता है कि एक महत्वपूर्ण ग्राहक बड़ी मात्रा में शेयर खरीदने का मूड बना रहा है और ट्रांजैक्शन से पहले अपने व्यक्तिगत खाते में शेयर खरीदता है, तो यह फ्रंट-रनिंग है। सेबी के नियमों के अनुसार यह अनैतिक और अवैध दोनों है।

सेबी की निगरानी प्रणाली ने संभावित फ्रंट-रनिंग मामले की पहचान की जिसमें ऐसी संस्थाएं शामिल थीं जिन्हें क्वांट म्यूचुअल फंड की खरीद या बिक्री योजनाओं की पूर्व जानकारी थी। ऐसा संदेह है कि ऑर्डर की जानकारी रखने वाले क्वांट अधिकारियों ने संभावित लाभार्थियों को यह सूचना लीक कर दी होगी।

कंपनी ने क्या कहा

क्वांट म्यूचुअल फंड ने निवेशकों को लिखे एक पत्र में कहा कि हम आपको आश्वस्त करना चाहते हैं कि क्वॉन्ट म्यूचुअल फंड एक विनियमित इकाई है और हम किसी भी समीक्षा के दौरान नियामक के साथ सहयोग करने के लिए हमेशा पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं। हम सभी आवश्यक मदद करेंगे और सेबी को नियमित और जरूरत के हिसाब से आंकड़े प्रस्तुत करना जारी रखेंगे।

Source link

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Most Popular

To Top
NIFTY 50 
₹ 23,349.90  0.72%  
NIFTY BANK 
₹ 50,372.90  0.50%  
S&P BSE SENSEX 
₹ 77,155.79  0.54%  
RELIANCE INDUSTRIES LTD 
₹ 1,223.00  1.50%  
HDFC BANK LTD 
₹ 1,741.20  0.06%  
CIPLA LTD 
₹ 1,465.50  0.41%  
TATA MOTORS LIMITED 
₹ 773.85  1.19%  
STATE BANK OF INDIA 
₹ 780.75  2.77%  
BAJAJ FINANCE LIMITED 
₹ 6,465.65  1.97%  
BHARTI AIRTEL LIMITED 
₹ 1,525.15  0.02%  
WIPRO LTD 
₹ 557.15  0.86%  
ICICI BANK LTD. 
₹ 1,250.55  0.12%  
TATA STEEL LIMITED 
₹ 140.22  0.54%  
HINDALCO INDUSTRIES LTD 
₹ 648.05  1.26%