इंडियन लिस्टेड एंटिटी वेदांता लिमिटेड की पेरेंट कंपनी वेदांता रिसोर्सेज ने अपनी सब्सिडियरी कंपनी में किसी भी संभावित हिस्सेदारी बिक्री की खबरों का खंडन किया है। पेरेंट कंपनी के प्रवक्ता ने CNBC-TV18 को यह जानकारी दी है। उन्होंने कहा, “वेदांता रिसोर्सेज ने वेदांता लिमिटेड में हिस्सेदारी बेचने की किसी भी योजना का पूरी तरह से खंडन किया है।” इसके पहले 21 जून को इकोनॉमिक टाइम्स ने खबर दी थी कि वेदांता के प्रमोटर भारतीय लिस्टेड एंटिटी में 2.5 फीसदी हिस्सेदारी बेचने की योजना बना रहे हैं। यह डील 4000 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की होने की उम्मीद जताई जा रही थी।
यह रिपोर्ट वेदांता ग्रुप के चेयरमैन अनिल अग्रवाल द्वारा CNBC-TV18 के साथ खास बातचीत में यह कहे जाने के ठीक एक दिन बाद आई है कि उनकी अपनी हिस्सेदारी को मौजूदा स्तर से और कम करने की कोई योजना नहीं है।
अग्रवाल ने कहा, “हमारे पास कंपनी की 62 फीसदी-61 पॉइंट कुछ परसेंट हिस्सेदारी है और हम इससे संतुष्ट हैं। कोई भी इनवेस्टमेंट बैंकर आकर मुझे कुछ सुझाव देगा, हम उस पर काम करेंगे। लेकिन इस समय हमारी हिस्सेदारी को 61.5% से नीचे लाने के लिए कोई योजना नहीं है।”
मार्च तिमाही तक वेदांता के प्रमोटरों के पास कंपनी में 61.95 फीसदी हिस्सेदारी थी। दिसंबर 2022 से वेदांता में प्रमोटरों की हिस्सेदारी 70 फीसदी से घटकर 60 फीसदी से ज्यादा रह गई है। उन्होंने कहा कि कंपनी कर्ज का निपटारा करने में बहुत सहज है और इसके पास अच्छा कैश फ्लो और डिविडेंड है। शुक्रवार को वेदांता के शेयर थोड़े बदलाव के साथ ₹469.30 पर बंद हुए। 2024 में अब तक शेयर में 82% की तेजी आई है।