आम चुनाव के नतीजों के बाद मजबूत वापसी करते हुए विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) ने जून में अब तक (21 जून तकत्र भारतीय शेयर बाजार में शुद्ध रूप से 12,170 करोड़ रुपये डाले हैं।
नीतिगत मोर्चे पर निरंतरता और सतत आर्थिक वृद्धि की उम्मीद में एफपीआई का भारतीय शेयर बाजारों के प्रति आकर्षण बढ़ा है। इससे पहले मई में चुनावी नतीजों को लेकर अनिश्चितता के बीच एफपीआई ने शेयरों से 25,586 करोड़ रुपये की शुद्ध निकासी की थी।
वहीं मॉरीशस के साथ भारत की कर संधि में बदलाव और अमेरिकी बॉन्ड प्रतिफल में निरंतर वृद्धि की चिंताओं के बीच उन्होंने अप्रैल में शेयरों से 8,700 करोड़ रुपये से अधिक की राशि निकाली थी।
डिपॉजिटरी के आंकड़ों से पता चलता है कि ताजा निवेश के बाद 2024 में एफपीआई की शेयरों से निकासी (21 जून) 11,194 करोड़ रुपये रही है। मोजोपीएमएस के मुख्य निवेश अधिकारी सुनील दमानिया ने कहा कि वर्तमान में भारतीय शेयर बाजार के उच्च मूल्यांकन के कारण विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों का प्रवाह प्रभावित रहेगा।
फिडेलफोलियो के स्मॉलकेस प्रबंधक और संस्थापक किसलय उपाध्याय ने कहा, ‘‘हालांकि आम चुनाव के नतीजे एक तरह से आश्चर्यचकित करने वाले थे, लेकिन बाजार स्थिर सरकार के गठन का जश्न मना रहा है। मॉर्निंगस्टार इन्वेस्टमेंट रिसर्च इंडिया के एसोसिएट निदेशक-प्रबंधक शोध हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा कि इसके अलावा वृद्धि को समर्थन देने वाले बजट की उम्मीद से भी निवेशकों की धारणा मजबूत हुई है। आंकड़ों के अनुसार, समीक्षाधीन अवधि में एफपीआई ने ऋण या बॉन्ड बाजार में 10,575 करोड़ रुपये डाले हैं।