बैंक ऑफ बड़ौदा अगले दो साल में इन-हाउस टेक्नोलॉजी टीम की संख्या बढ़ाकर 3,000 करेगा। बैंक के एक टॉप अधिकारी ने यह जानकारी दी है। बैंक के CEO और MD देबदत्त चंद ने बताया कि मौजूदा इनहाउस टेक्नोलॉजी टीम में 1,500 नए लोगों की भर्ती की जाएगी। यह भर्ती रेगुलर प्रोसेस और लेटरल हायरिंग के तहत की जाएगी। चंद ने कहा, ‘अगले दो साल में हम अपनी आईटी टीम की संख्या दोगुनी करेंगे।’
रिजर्व बैंक ने हाल में टेक्नोलॉजी स्ट्रक्चर में कमी को लेकर बैंक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है। इस कमी की वजह से लेनदेन को बेहतर तरीके से अंजाम देने की क्षमता प्रभावित हुई है। चंद ने कहा कि बैंक ने 1,500 नियमित कर्मचारियों के अलावा, आईटी कार्यों के लिए कॉन्ट्रैक्ट पर भी कर्मचारी रखे हैं। उन्होंने कहा कि बैंक आईटी प्रोफेनल्स की अपनी ताकत को बढ़ाने के लिए मौजूदा जरूरतों के मुताबिक प्रतिभाओं को नियुक्त करना चाहता है।
उन्होंने यह भी जोड़ा कि जरूरत और उम्मीदवार के अनुभव के आधार पर किसी भी ग्रेड में सीधे नियुक्ति की जाएगी। उनका यह भी कहना था कि ग्राहकों के लिए जल्द जेनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित प्लेटफॉर्म लाइव होगा, जहां इंटरएक्टिव तरीके से सीधे कई तरह की सेवाओं का लाभ उठाया जा सकता है। चंद ने कहा कि बैंक टेक्नोलॉजी मोर्चे पर आक्रामक तरीके से खर्च कर रही है। इसके तहत सिर्फ टेक्नोलॉजी इंफ्रास्ट्रक्चर पर तकरीबन 2,000 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इसके अलावा, समय के साथ इसमें और बढ़ोतरी हो सकती है।
बैंक ऑफ बड़ौदा के मैनेजमेंट के मुताबिक, वित्त वर्ष 2024 में टेक्नोलॉजी पर बैंक का बजट 743 करोड़ रुपये था, जबकि IT संबंधी खर्च 453 करोड़ रुपये रहा। वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान बैंक ने 60 नए ब्रांच खोलने का टारगेट तय किया है। वित्त वर्ष 2025 में बैंक ने 12-14 पर्सेंट क्रेडिट ग्रोथ का टारगेट तय किया है। साथ ही, नेट इंटरेस्ट मार्जिन 3.15 पर्सेंट रखने का लक्ष्य है।