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IT stocks: Accenture के नतीजों ने IT शेयरों में भरा जोश, IT इंडेक्स करीब 2.5% ऊपर

IT stocks: रिकॉर्ड ऊंचाई पर खुलने के बाद बाजार में ऊपरी स्तरों से मुनाफावसूली देखने के मिली है। सुबह 10.40 बजे के आसपास निफ्टी ऊपर से करीब 75 अंक नीचे कारोबार कर रहा है। HDFC बैंक की कमजोरी ने बैंक निफ्टी पर भी दबाव बनाया है। लेकिन मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स नई ऊचांई पर दिख रहे है। इस बीच Accenture के तीसरी तिमाही के नतीजों ने IT शेयरों में जोश भर दिया है। IT इंडेक्स करीब 2.5 फीसदी ऊपर कारोबार कर रहा है। इंफोसिस, कोफोर्ज और परसिस्टेंट में 3 फीसदी तक की जोरदार तेजी आई है। मास्टेक, हैपिएस्ट माइंड, FSL जैसे मिडकैप IT शेयरों में तेजी ज्यादा है।

एक्सेंचर के नतीजों ने भरा जोश

Accenture के नतीजों ने IT शेयरों में जोश भरा है। तीसरी तिमाही में में कंपनी की आय 16.5 अरब डॉलर रही है। कंपनी की आय में लोकल करेंसी में 1.4 फीसदी की ग्रोथ और डॉलर टर्म में 1 फीसदी का दबाव देखने को मिला है। GAAP ऑपरेटिंग मार्जिन तिमाही आधार पर 1.8 फीसदी बढ़कर 16 फीसदी पर रहा है। एडजस्टेड ऑपरेटिंग मार्जिन 16.4 फीसदी पर रहा है। तीसरी तिमाही में कैश डिविडेंड तिमाही आधार पर 15 फीसदी बढ़ाकर 11.29 डॉलर प्रति शेयर रहा है। वहीं, न्यू बुकिंग 22 फीसदी बढ़कर 21.1 अरब डॉलर रही है। इस अवधि में कंपनी की जेनरेटिव AI बुकिंग 90 करोड़ डॉलर रही। इस साल अब तक जेनरेटिव AI बुकिंग 2 अरब डॉलर रही है।

Accenture FY24 गाइडेंस

कंपनी ने कहा है कि FY24 में लोकल करेंसी में आय ग्रोथ 1.5-2.5 फीसदी के बीच रहनी संभव है। रेवेन्यू ग्रोथ गाइडेंस 1-3 फीसदी के मुकाबले 1.5-2.5 फीसदी की गई है। बता दें कि पहली तिमाही में आय ग्रोथ गाइडेंस 2-5 फीसदी के बीच था। मार्जिन गाइडेंस में कोई बदलाव नहीं किया गया है। कंपनी ने ये भी कहा है कि पूरे साल में 0.7 फीसदी निगेटिव फॉरेन एक्सचेंज असर संभव है। वहीं, GAAP EPS 11.29 से 11.44 डॉलर को बीच रह सकता है। एडजेस्टेड EPS 11.85 से 12.00 डॉलर के बीच रहने का अनुमान है। GAAP ऑपरेटिंग मार्जिन 14.8 फीसदी रहने का अनुमान है। जबकि एडजेस्टेड ऑपरेटिंग मार्जिन 15.5 फीसदी रहने का अनुमान है। वहीं, कैश फ्लो 870 करोड़ डॉलर से 930 करोड़ डॉलर रहने का अनुमान है।

Accenture: मैनेजमेंट कमेंट्री

Accenture की मैनेजमेंट कमेंट्री में कहा गया है कि डिजिटल मैन्युफैक्चरिंग और इंजीनियरिंग सर्विस में मांग बेहतर है। क्लाइंट्स का डिस्क्रिशनरी खर्च स्थिर है। क्लाइंट्स छोटे प्रोजेक्ट पर खर्च कर रहे हैं।

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