प्राइवेट सेक्टर के यस बैंक लिमिटेड ने फंड जुटाने की योजना बनाई है। बैंक ने गुरुवार (20 जून) को घोषणा की कि उसके निदेशक मंडल की बैठक मंगलवार, 25 जून, 2024 को मुंबई में होगी। इस बैठक में बैंक को ऋण प्रतिभूतियां जारी करके पैसे लेने या जुटाने में सक्षम बनाने वाले एक प्रस्ताव पर विचार किया जाएगा। इस प्रस्ताव को मंजूरी भी मिलने की उम्मीद है। प्रस्तावित फंड राइजिंग के विकल्पों में भारतीय और विदेशी मुद्राओं में ऋण प्रतिभूतियां जारी करना शामिल है। इनमें गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर, बांड और मध्यम अवधि के नोट भी शामिल हो सकते हैं।
शेयर का हाल
यस बैंक के शेयर की बात करें तो यह मामूली बढ़त के साथ 23.96 रुपये पर बंद हुआ। यह शेयर ट्रेडिंग के दौरान 24.64 रुपये के भाव तक पहुंच गया। शेयर के 52 हफ्ते का हाई 32.81 रुपये है। यह भाव फरवरी महीने में था।
शेयर का टारगेट प्राइस
हाल ही में सीएनबीसी आवाज पर एक दर्शक के सवाल का जवाब देते हुए मार्केट एक्सपर्ट प्रकाश गाबा ने कहा कि यस बैंक के चार्ट के मुताबिक, अभी बॉटम आउट प्रक्रिया चल रही है, लेकिन यह कब पूरी होगी, यह स्पष्ट नहीं है। गाबा ने कहा कि ₹30 से ऊपर का ब्रेकआउट पर शेयर ₹100 तक जाएगा, लेकिन इसमें पांच साल लग सकते हैं। मार्च तिमाही के नतीजों के बाद कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने यस बैंक पर अपनी “सेल” रेटिंग बरकरार रखी है और प्रत्येक शेयर की कीमत ₹19 तय की है।
कैसे रहे तिमाही नतीजे
यस बैंक को बीते वित्त वर्ष की मार्च तिमाही में प्रॉफिट दोगुना से अधिक होकर 452 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। बैंक ने बताया कि फंसे कर्ज के लिए प्रावधान में कमी के चलते उसका लाभ बढ़ा। वित्त वर्ष 2022-23 की इसी तिमाही में बैंक ने 202.43 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया था। निजी क्षेत्र के बैंक ने वित्त वर्ष 2023-24 में 1,251 करोड़ रुपये का प्रॉफिट दर्ज किया, जो सालाना आधार पर 74 प्रतिशत अधिक है।