अडाणी पोर्ट्स के शेयर 24 जून से बीएसई सेंसेक्स पर कारोबार करेंगे। अडाणी ग्रुप की कंपनी विप्रो की जगह लेगी। समय-समय पर 30 शेयरों वाले इंडेक्स सेंसेक्स में बदलाव किया जाता है। इसी के तहत अडाणी पोर्ट को सेंसेक्स में शामिल और विप्रो को बाहर किया जा रहा है।
अडाणी ग्रुप की कंपनियों में अडाणी पोर्ट्स पहली कंपनी है जिसे सेंसेक्स में शामिल किया जा रहा है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के निफ्टी 50 में अडाणी ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अडाणी एंटरप्राइजेज और अडाणी पोर्ट्स दोनों ही शामिल हैं।
अडाणी पोर्ट्स 6 महीने में 45% चढ़ा, विप्रो केवल 14%
अडाणी पोर्ट्स के शेयर आज करीब आधा फीसदी चढ़कर 1480 रुपए पर कारोबार कर रहे हैं। बीते 6 महीने में शेयर ने 45% से ज्यादा का रिटर्न दिया है। वहीं एक साल में शेयर के दाम करीब दोगुने हो चुके हैं। 749 रुपए से चढ़कर ये शेयर 1480 रुपए पर पहुंच गया है।
विप्रो के शेयर आज 1% से ज्यादा की तेजी के साथ 495 रुपए पर कारोबार कर रहे हैं। बीते 6 महीने में शेयर ने केवल 14% रिटर्न दिया है। वहीं एक साल में शेयर के 28% से ज्यादा बढ़ चुके हैं। 385 रुपए से चढ़कर ये शेयर 495 रुपए पर पहुंच गया है।
देश की टॉप 30 कंपनियों को ट्रैक करता है सेंसेक्स
सेंसेक्स बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का बेंचमार्क इंडेक्स है, जो देश की टॉप 30 कंपनियों को ट्रैक करता है। सेंसेक्स का कैलकुलेशन फ्री-फ्लोट कैपेटलाइजेशन के आधार पर किया जाता है। समय-समय पर सेंसेक्स के शेयरों में बदलाव होता रहता है। इसके लिए हर छह महीने पर रिव्यू होता है और फिर उसके आधार पर फैसला होता है।
देश का सबसे बड़ा पोर्ट ऑपरेटर है अडाणी पोर्ट्स
अडाणी पोर्ट्स भारत का सबसे बड़ा प्राइवेट पोर्ट ऑपरेटर है। इसके 13 पोर्ट और टर्मिनल देश की पोर्ट कैपेसिटी का करीब 24% का प्रतिनिधित्व करते हैं। इसकी कैपेसिटी 580 MMTPA है। पहले इसका नाम गुजरात अडाणी पोर्ट लिमिटेड (GAPL) था।
कंपनी ने वित्त वर्ष 2025 में कार्गो वॉल्यूम 460 से 480 मीट्रिक टन के बीच रखने का टारगेट तय किया है। यह पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 23% ज्यादा है। वित्त वर्ष 2024 के लिए कंपनी ने 390 मिट्रिक टन का टारगेट रखा था।
कंपनी के मुंद्रा पोर्ट से पिछले वित्त वर्ष में 180 मिलियन मिट्रिक टन (MMT) कार्गो का ट्रांसपोर्टेशन हुआ था। कंपनी ने इसका भी टारगेट बढ़ाकर मौजूदा वित्त वर्ष के लिए 180 MMT का टारगेट रखा है।