MosChip Technologies के शेयरों ने पिछले कारोबारी दिन यानी बुधवार के इंट्राडे ट्रेड में भी BSE पर भारी वॉल्यूम के बीच 13 फीसदी की तेजी के साथ 257.65 रुपये का नया उच्च स्तर छू लिया था। बेहतर बिजनेस आउटलुक के बीच जून महीने में अब तक, सेमीकंडक्टर और सिस्टम डिजाइन सर्विसेज वाली कंपनी के शेयरों में 100 फीसदी के करीब बढ़ोतरी हुई है, जो 31 मई 2024 को 128.10 रुपये के लेवल से बढ़कर 257.65 रुपये पर पहुंच गए हैं।
जानिये MosChip Technologies के बारे में
सिलिकॉन वैली-अमेरिका, हैदराबाद, बेंगलूरु, अहमदाबाद और पुणे में 1,200 से ज्यादा इंजीनियरों के साथ, मोशचिप टर्न-की डिजिटल और मिक्स्ड-सिग्नल ASIC, डिजाइन सर्विसेज, सरडेस आईपी (SerDes IP), और एंबेडेड सिस्टम डिजाइन सहित व्यापक रेंज में सॉल्यूशंस प्रदान करता है। कंपनी को स्थापित हुए दो दशकों , मोशचिप ने दुनिया भर में लाखों कनेक्टिविटी IC सफलतापूर्वक डेवलप और डिस्ट्रीब्यूट किए हैं।
DLI योजना के तहत MosChip Technologies को मिलेगा सरकार से प्रोत्साहन, क्या है डिजाइन-लिंक्ड इंसेंटिव
इसके अलावा, कंपनी ने 13 जून को ऐलान किया था कि भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) ने इसके अप्लीकेशन को सेमीकंडक्टर डिजाइन-लिंक्ड इंसेंटिव (DLI) योजना के तहत स्मार्ट एनर्जी मीटर IC के डेवलपमेंट के लिए मंजूरी दे दी है।
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने घरेलू उद्योग में सेमीकंडक्टर डिजाइन में शामिल कंपनियों को वैल्यू चेन में आगे बढ़ाने और देश में सेमीकंडक्टर चिप डिजाइन इकोसिस्टम को मजबूत करने के लिए डिजाइन लिंक्ड इंसेंटिव (DLI) योजना की घोषणा की। DLI योजना का उद्देश्य वित्तीय प्रोत्साहन (फाइनेंशियल इंसेंटिव) और डिजाइन इन्फ्रास्ट्रक्चर सपोर्ट प्रदान करना है।
डिजाइन लिंक्ड इंसेंटिव (DLI) योजना का उद्देश्य 5 वर्षों की अवधि में एंटिग्रेटेड सर्किट (IC), चिपसेट, सिस्टम ऑन चिप्स (SoC), सिस्टम ऐंड IP कोर और सेमीकंडक्टर लिंक्ड डिजाइन के विकास और तैनाती के विभिन्न चरणों में फाइनेंशियल इंसेंटिव के साथ-साथ डिजाइन इंफ्रास्ट्रक्चर का समर्थन प्रदान करना है।
बढ़ रहा स्मार्ट एनर्जी मीटर IC मार्केट
MosChip Technologies ने कहा कि स्मार्ट एनर्जी मीटर IC मार्केट 2028 तक 6 करोड़ यूनिट्स तक पहुंचने की उम्मीद है, जबकि ग्लोबल मार्केट में 2 अरब यूनिट्स तक पहुंचने की संभावना है।
कंपनी ने कहा, ‘DLI भारत सरकार की एक शानदार पॉलिसी इंसेंटिव है जो भारतीय कंपनियों को घरेलू और विदेशी बाजारों के लिए IP कोर, SoCs, और सिस्टम बनाने और ग्लोबल लेवल पर सेमीकंडक्टर प्रोडक्ट विकसित करने में मदद करती है ताकि सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री में आत्मनिर्भर भारत के विजन को साकार किया जा सके।’
क्या है सेमीकंडक्टर
सेमीकंडक्टर हर इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम के प्रमुख कंपोनेंट हैं जिसमें स्मार्टफोन, पर्सनल कंप्यूटर (PC), लैपटॉप, कम्युनिकेशन और नेटवर्किंग सिस्टम, मेडिकल डिवाइस और ऑटोमोबाइल शामिल हैं। 5G कम्युनिकेशन और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के क्षेत्रों में उभरती टेक्नोलॉजीज को और बढ़ावा दे रहे हैं।
सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री कनेक्टिविटी, डेटा सेंटर, कम्युनिकेशन, ऑटोमोटिव, सेफ्टी एंड सिक्योरिटी, इंफोटेनमेंट, नेविगेशन, होम ऑटोमेशन, वियरेबल डिवाइसेज आदि में लगातार इनोवेशन और डेवलपमेंट फायदा होगा और आने वाले दशकों में ग्रोथ भी दिखेगी।
सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री का भविष्य है
भविष्य में स्मार्टफोन सेमीकंडक्टर मार्केट का एक अहम हिस्सा बनेंगे, खासकर जब ये डिवाइस ज्यादा एडवांस हो जाएंगे और ऑगमेंटेड रियलिटी (AR), वर्चुअल रियलिटी (VR), 5G और AI जैसी टेक्नोलॉजी को सपोर्ट करने में सक्षम होंगे। सर्वर और डेटा सेंटर के लिए उपयोग किए जाने वाले सेमीकंडक्टर्स एक और शानदार अवसर बनने के लिए तैयार हैं, जिसमें क्लाउड डेटा सेंटर और एज कंप्यूटिंग (edge computing) में वृद्धि के समर्थन के लिए सेमीकंडक्टर इनोवेशन की जरूरत होगी।