एचडीएफसी बैंक के शेयरों पर ब्रोकरेज और म्यूचुअल फंड (MF) बुलिश नजर आ रहे हैं। यह लगातार पांचवां महीना है जब म्यूचुअल फंड्स ने एचडीएफसी बैंक के शेयरों में खरीदारी की है। दरअसल, ब्रोकरेज और म्यूचुअल फंड जैसे सभी कैटेगरी के मार्केट पार्टिसिपेंट देश के सबसे बड़े लेंडर के वैल्यूएशन के मामले में काफी उत्साहित हैं। MF ने मई में 7600 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे हैं। इसके पहले, म्यूचुअल फंड्स ने अप्रैल में एचडीएफसी बैंक के करीब 1,890 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे थे। इसके अलावा मार्च में 4600 करोड़ रुपये, फरवरी में 8432 करोड़ रुपये और जनवरी में करीब 12884 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे गए थे।
Mutual funds ने खरीदे HDFC Bank के 4.99 करोड़ शेयर
शेयरों की संख्या की बात करें तो म्यूचुअल फंड ने मई में एचडीएफसी बैंक के लगभग 4.99 करोड़ शेयर खरीदे। मई तक, म्यूचुअल फंड के पास एचडीएफसी बैंक के लगभग 151.69 करोड़ शेयर थे, जो अप्रैल में 146.70 करोड़ से अधिक हैं। ACE इक्विटीज के आंकड़ों के अनुसार इन शेयरों का मूल्य एक महीने पहले के 2.23 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 2.32 लाख करोड़ रुपये हो गया।
41 Mutual funds में से 26 ने बढ़ाई हिस्सेदारी
इसके अलावा, एचडीएफसी बैंक में निवेश करने वाले 41 म्यूचुअल फंड्स में से 26 ने मई में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई, जबकि 14 ने अपनी हिस्सेदारी का कुछ हिस्सा कम करने का फैसला किया। क्वांट म्यूचुअल फंड ने 2669 करोड़ रुपये की सबसे अधिक खरीदारी की। इसके बाद ICICI प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड और एक्सिस म्यूचुअल फंड ने 2210 करोड़ रुपये और 982 करोड़ रुपये की खरीद की।
SBI Mutual fund सबसे बड़ा शेयरहोल्डर
हिस्सेदारी की बात करें तो एसबीआई म्यूचुअल फंड एचडीएफसी बैंक में सबसे बड़ा म्यूचुअल फंड शेयरहोल्डर है, जिसके पास मई में 56,503 करोड़ रुपये के 36.91 करोड़ शेयर हैं। इसके बाद ICICI प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड और एचडीएफसी म्यूचुअल फंड का स्थान है, जिसके पास 28,490 करोड़ रुपये और 27,337 करोड़ रुपये के 18.61 करोड़ और 17.86 करोड़ शेयर हैं। अन्य प्रमुख MF होल्डर्स में UTI म्यूचुअल फंड, निप्पॉन इंडिया म्यूचुअल फंड, कोटक महिंद्रा म्यूचुअल फंड और मिराए एसेट म्यूचुअल फंड शामिल हैं।
कैसा रहा है HDFC Bank के शेयरों का प्रदर्शन
पिछले कुछ दिनों में HDFC बैंक के शेयरों में तेजी देखी गई है। पिछले एक महीने में कंपनी के शेयरों में करीब 15 फीसदी की तेजी आई है। हालांकि, पिछले 6 महीनों में इसका प्रदर्शन फ्लैट रहा है। पिछले एक साल में इसने महज 4 फीसदी का रिटर्न दिया है। पिछले 4 सालों में इसके निवेशकों को 61 फीसदी का मुनाफा हुआ है।