अदाणी ग्रुप (Adani Group) के चेयरमैन गौतम अदाणी (Gautam Adani) ने कहा कि उनका ग्रुप एनर्जी ट्रांजिशन से जुड़ी परियोजनाओं पर 100 अरब डॉलर से अधिक का निवेश करने की योजना बना रहा है। इस निवेश का एक हिस्सा मैन्युफैक्चरिंग क्षमताओं पर भी खर्च किया जाएगा, जिससे ग्रीन एनर्जी उत्पादन के लिए जरूरी हर प्रमुख कंपोनेंटेस का उत्पादन किया जा सके। गौतम अदाणी ने बुधवार 19 जून को क्रिसिल की ओर से आयोजित ‘इंफ्रास्ट्रक्चर – भारत का फ्यूचर कैटालिस्ट’ कार्यक्रम में बोलते हुए यह जानकारी दी। इस दौरान अदाणी ने एनर्जी ट्रांजिशन और डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में भारत में मौजूदा अपार संभावनाओं पर भी जोर दिया।
उन्होंने कहा, “अगले दशक में हम एनर्जी ट्रांजिशन के क्षेत्र में 100 अरब डॉलर से अधिक का निवेश करेंगे। साथ ही अपनी इंटीग्रेटेड रिन्यूएबल एनर्जी वैल्यू चेन का और विस्तार करेंगे, जो आज ग्रीन एनर्जी उत्पादन के लिए जरूरी प्रत्येक प्रमुख कंपोनेंट्स के मैन्युफैक्चरिंग तक फैली हुई है।”
सोलर पार्क और विंड फार्म बनाने के अलावा, अदाणी ग्रुप इलेक्ट्रोलाइजर बनाने के लिए भी प्लांट लगा रहा है, जिसका इस्तेमाल ग्रीन हाइड्रोजन, विंड एनर्जी टर्बाइन और सोलर पैनल बनाने में होगा। गौतम अडानी ने कहा कि भारत की जीडीपी में जल्द ही हर 12 से 18 महीने में एक ट्रिलियन डॉलर का इजाफा होना शुरू हो जाएगा। इससे हम 2050 तक 30 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की राह पर होंगे।
अदाणी को उम्मीद है कि 2050 तक भारत के शेयर बाजार का मार्केट कैपिटलाइजेशन 40 ट्रिलियन डॉलर तक बढ़ जाएगा। अडानी ने कहा, “इसका मतलब यह है कि अगले 26 सालों में भारत अपने शेयर बाजार कैपिटलाइजेशन में करीब 36 ट्रिलियन डॉलर जोड़ लेगा।” फिलहाल भारतीय शेयर बाजार का मार्केट कैपिटलाइजेशन 5 ट्रिलियन डॉलर से थोड़ा अधिक है।
अदाणी ग्रुप के चेयरमैन ने कहा कि भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास में मुख्य रूप से तीन चीजें योगदान देंगी- सरकारी नीतियां और शासन की भूमिका, आगामी इंफ्रास्ट्रक्चर का इंटरकनेक्शन और और इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास में अदाणी ग्रुप की भूमिका।